
नई दिल्ली। यह साल आईपीओ बाजार (IPO market) के लिए सबसे फायदेमंद साबित हुआ और कंपनियों ने रिकॉर्ड 1.76 लाख करोड़ रुपये जुटाए। अब साल 2026 में भी यह तेजी जारी रहने की उम्मीद है। ब्रोकरेज हाउस इक्विरस कैपिटल (Brokerage house Equirus Capital) की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल आईपीओ से लगभग 20 अरब डॉलर यानी करीब 1.80 लाख करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं। साथ ही 80 के करीब आईपीओ पेश हो सकते हैं, जिनमें कई बड़ी कंपनियां भी हो सकती हैं। इनमें रिलायंस जियो (Reliance Jio), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange), ओयो और जेप्टो जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं।
75 से अधिक कंपनियों को मंजूरी
रिपोर्ट के अनुसार, नए साल के लिए आईपीओ का परिदृश्य उत्साहजनक बना हुआ है। सेबी 75 से अधिक कंपनियों को पहले ही आईपीओ पेश करने की मंजूरी दे चुका है, लेकिन उन्होंने अभी तक अपने निर्गम नहीं शुरू किए हैं। वहीं, 100 अन्य कंपनियां अनुमति की प्रतीक्षा कर रही हैं। जिन्हें मंजूरी मिली हैं, उनमें प्रौद्योगिकी, वित्तीय सेवाएं, बुनियादी ढांचा, ऊर्जा एवं उपभोक्ता क्षेत्रों के आईपीओ शामिल हैं।
इस साल रिकॉर्ड 103 आईपीओ आए
आईपीओ सेंट्रल के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में पेश किए गए 103 नए सार्वजनिक निर्गमों ने कुल 1.76 लाख करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं। यह 2024 में 90 कंपनियों द्वारा जुटाए गए 1.6 लाख करोड़ रुपये और 2023 में 57 कंपनियों द्वारा जुटाए गए 49,436 करोड़ रुपये से अधिक है। वहीं, बीते पांच वर्षों में कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 5.39 लाख करोड़ रुपये जुटाए। इससे पहले के पूरे 20 सालों में सिर्फ 4.55 लाख करोड़ रुपये ही आए थे, जबकि आईपीओ की संख्या आधी से भी कम थी।
बड़ी कंपनियों का शानदार प्रदर्शन
वर्ष 2025 की एक बड़ी उपलब्धि स्टार्टअप का सूचीबद्ध होना रहा। इस साल लेंसकार्ट, ग्रोव, मीशो और फिजिक्सवॉला समेत 18 स्टार्टअप सार्वजनिक हुए और संयुक्त रूप से 41,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए। वहीं, 2024 में स्टार्टअप ने 29,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। साथ ही, बिक्री पेशकश (ओएफएस) धन जुटाने की गतिविधियों में प्रमुख बना रहा। इसकी 2025 में जुटाई गई कुल पूंजी में करीब 60 प्रतिशत हिस्सेदारी रही।
इन्होंने दस्तावेज जमा किए
1. जेप्टो : क्विक कॉमर्स कंपनी जेप्टो अगले साल 11 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ लाएगी।
2. बोट : बोट की मूल कंपनी इमेज मार्केटिंग ने सेबी के पास संशोधित दस्तावेज दाखिल किए हैं।
3. फोन-पे : फोनपे ने गोपनीय तरीके से पेपर दाखिल किए हैं। अभी आईपीओ के आकार का खुलासा नहीं हुआ है।
4. सिम्बायोटेक फार्मालैब : दवा बनाने वाली यह कंपनी 2,180 करोड़ रुपये जुटाएगी।
5. एसएस रिटेल : मोबाइल खुदरा कंपनी आईपीओ के जरिये 500 करोड़ रुपये जुटाएगी।
6. नियोलाइट जेडकेडब्ल्यू लाइटिंग्स : वाहनों के लाइटिंग उत्पाद बनाने वाली यह कंपनी 600 करोड़ रुपये आईपीओ पेश करेगी।
इन पर रहेंगी नजरें
साल 2026 में कई बड़ी और चर्चित कंपनियां शेयर बाजार में उतरने की तैयारी में हैं। चर्चा है कि रिलायंस जियो, एसबीआई म्यूचुअल फंड, फ्लिपकार्ट, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और ओयो नए साल में अपने आईपीओ पेश कर सकती हैं।
निवेशकों की संपत्ति 30 लाख करोड़ बढ़ी
बीएसई सेंसेक्स में आठ प्रतिशत से अधिक की बढ़त से इस साल दलाल स्ट्रीट के निवेशकों की संपत्ति 30.20 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। सेंसेक्स 29 दिसंबर तक 6,556.53 अंक यानी 8.39 प्रतिशत चढ़ा। एक दिसंबर को इसने 86,159.02 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ। इस साल अब तक बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 30,20,376.68 करोड़ रुपये बढ़कर 4,72,15,483.12 करोड़ रुपये (करीब 5250 अरब अमेरिकी डॉलर) हो गया।
इस उछाल के पीछे के कारण
1. म्यूचुअल फंड और एसआईपी में भारी निवेश
2. छोटे निवेशकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि
3. बड़ी कंपनियों के आईपीओ से भरोसा बढ़ा
4. सेंसेक्स-निफ्टी रिकॉर्ड शीर्ष पर
5. मजबूत आर्थिक वृद्धि से बाजार को मिला सहारा
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