उज्जैन। कोरोना संक्रमण के बीच आ रहे त्यौहार भले ही सावधानी रखते हुए मनाए जा रहे हैं लेकिन अवसरों पर होने वाले कार्यक्रमों से लेकर उस दौरान बनाए जाने वाले पकवान से लेकर मिठाई आदि के निर्माण और बिक्री पर भी असर नजर आने लगा है। बाजार में राखी को लेकर घेवर और फैनी के बाजार तो तैयार हो गए हैं लेकिन ग्राहकी ऐसी नहीं जैसी पिछले साल थी।
रक्षाबंधन के पर्व को मनाने की तैयारी कोरोना संक्रमण के खतरे के बावजूद नागरिक से लेकर दुकानदार कर रहे हैं। हालांकि बाजार में कोरोना खतरे के कारण खाने-पीने की वस्तुओं की माँग पिछले दो महीने में बेहद कम बनी हुई है। पहले लॉकडाउन के चलते नमकीन और मिठाई का शहर में तीन महीने में लगभग 20 करोड़ से ज्यादा का व्यापार प्रभावित हुआ था। इसके बाद खासकर मिठाई व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों को उम्मीद थी कि अनलॉक शुरु होने के बाद बाजार में मिठाई की माँग बढ़ जाएगी लेकिन संक्रमण के खतरे को देखते हुए करीब दो माह के अनलॉक की अवधि में मिठाईयों की उतनी बिक्री नहीं हो पाई जितनी व्यापारी उम्मीद कर रहे थे। अभी भी बाजार में आम दिनों के मुकाबले मिठाई की माँग 30 से 40 प्रतिशत ही बनी हुई है। व्यापारियों के अनुसार लोग मिठाई अब सिर्फ प्रसाद या विशेष अवसर पर ही खरीद रहे हैं। उनके मन में संक्रमण का भय है। राखी को लेकर भी गोलामंडी, छोटा सराफा से लेकर ढाबा रोड तक कई जगह घेवर और फैनी की दुकानें सज गई हैं लेकिन अभी तक व्यापारियों की अपेक्षा के अनुरूप इनका उठाव ग्राहकी नहीं होने के कारण शुरु नहीं हो पाया है।
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