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कान्हा की नगरी मथुरा के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में गोपाल वन की स्थापना होगी – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

July 27, 2025


मथुरा । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि कान्हा की नगरी मथुरा के बाद (After Kanha’s city Mathura) पूरे उत्तर प्रदेश में (In entire Uttar Pradesh) गोपाल वन की स्थापना होगी (Gopal Van will be Established) ।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 9 जुलाई को एक दिन में 37.21 करोड़ से अधिक पौधे रोपने वाला यूपी विशिष्ट वनों की भी स्थापना कर रहा है। इसके लिए अलग-अलग प्रभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। 27 जुलाई को गोपाल की नगरी मथुरा में ‘गोपाल वन’ की स्थापना का मुख्य आयोजन हुआ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य स्तरीय आयोजन को उत्सव के रूप में मनाने का निर्देश दिया था । मथुरा में मुख्य आयोजन के पश्चात पूरे प्रदेश में गोपाल वन स्थापित किया जाएगा । गोपाल वन का मुख्य आयोजन मथुरा के राल में छठीकरा गोवर्धन रोड स्थित ब्रह्मर्षि देवरहा बाबा गोशाला में हुआ । यहां चारा प्रजाति का पौधरोपण किया गया । इसके उपरांत ‘गोशाला में वन के संवर्धन’ को लेकर संगोष्ठी भी हुई । इसमें स्कूली बच्चों की भी सहभागिता रही । मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गोपाल वन की स्थापना में संत समाज व गोपालकों को जोड़ने का निर्देश दिया ।

हर वर्ष की भांति योगी सरकार इस वर्ष भी विशिष्ट वाटिका स्थापित कर रही है। अभी तक एकलव्य वन, त्रिवेणी वन, ऑक्सी वन, शक्ति वन, सहजन भंडारा कार्यक्रम, त्रिवेणी वन आदि स्थापित किए जा चुके हैं,वहीं 2025 के वर्षा काल में अटल वन, गोपाल वन, पवित्र धारा पौधारोपण, भाई-बहन पौधारोपण, शौर्य वन, एक पेड़ गुरु के नाम पौधारोपण के साथ ही औद्योगिक इकाइयों की भागीदारी से पौधारोपण व उनके संरक्षण पर भी विभाग का जोर है।

उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में 6613 अस्थायी गो आश्रय स्थल, 387 वृहद गोसंरक्षण केंद्र, 305 कांजी हाउस तथा शहरी क्षेत्र में 303 कान्हा गो आश्रय स्थल सहित कुल 7608 गो आश्रय स्थल संचालित हैं। इन सभी स्थलों में गोपाल वन की स्थापना भी की जाएगी। पूरे वर्षा काल में यहां भी पौधारोपण किया जाएगा। साथ ही इसके संरक्षण पर भी विशेष ध्यान रहेगा। इसके अतिरिक्त सरकार ने निजी गोपालकों से भी अनुरोध किया है कि वे भी पौधे लगाएं।

भगवान श्रीकृष्ण को गोपाल कहा जाता है। वे गायों की देखभाल व पालन करते थे। गाय नि:स्वार्थ भाव से बहुत कुछ देती है। मथुरा को गोपाल की नगरी कहा जाता है, इसलिए गोपाल वन के राज्य स्तरीय मुख्य आयोजन की जिम्मेदारी मथुरा वन प्रभाग को सौंपी गई है। योगी सरकार ने निर्णय लिया कि गोशाला परिसर में निवास कर रहे पशुओं को छाया व चारा उपलब्ध कराए जाने की दृष्टि से प्रत्येक गोशाला परिसर में गोपाल वन की स्थापना की जाए। महाभियान के तहत यह आदेश जारी किया गया है कि प्रत्येक गोशाला में गोपाल वन की स्थापना की जाए, जिसमें स्थल की उपलब्धता के अनुरूप छायादार व चारा प्रजातियों का रोपण किया जाए।

मथुरा वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी रजनीकांत मित्तल ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर विशिष्ट वनों की स्थापना हो रही है। विशिष्ट वनों की स्थापना के लिए अलग-अलग प्रभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कान्हा की नगरी में गोपाल वन को लगाने, उसे समृद्ध करने और संरक्षित करने की जिम्मेदारी मथुरा वन प्रभाग की है। इसे देखते हुए 27 जुलाई को मथुरा में राज्य स्तरीय भव्य आयोजन कर देवरहा बाबा आश्रम में गोपाल वन की शुरुवात की गई । इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ ही स्कूली बच्चों और समाज के अनेक वर्गों का भी सहयोग रहा ।

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