
एडिलेड। सिर्फ 11 दिनों में इंग्लैंड की टीम (England team) ऑस्ट्रेलिया (Australia) से एक और एशेज सीरीज (Another Ashes series) हार गई। पहले दो टेस्ट कुल मिलाकर 6 दिन में खत्म हो गए थे, जबकि तीसरा टेस्ट आखिरी दिन तक चला। तीसरे टेस्ट में जरूर थोड़ी सी इंग्लैंड की टीम लड़ाई लड़ती नजर आई, लेकिन मैच और सीरीज एडिलेड में ही हार गई। इसके लिए अब हेड कोच ब्रैंडन मैकुलम (Head Coach Brendon McCullum) की आलोचना हो रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह इंग्लैंड के हेड कोच बने रहेंगे या नहीं? इस पर मैकुलम ने कहा कि वह ऐसा करना पसंद करेंगे।
एशेज सीरीज हारने के बाद तीसरे टेस्ट मैच के बाद उनसे पूछा गया कि क्या वे मुख्य कोच का पद छोड़ेंगे या नहीं? इस पर ब्रैंडन मैकुलम ने कहा, “मुझे नहीं पता। असल में यह फैसला मेरे हाथ में नहीं है, है ना? मैं बस काम करने की कोशिश करता रहूंगा, जो सबक मुझे अभी तक ठीक से नहीं मिले हैं, उन्हें सीखने की कोशिश करूंगा और एडजस्टमेंट करूंगा। ये सवाल किसी और के लिए हैं, मेरे लिए नहीं। यह काफी अच्छा काम है। इसमें बहुत मजा आता है। आप लड़कों के साथ दुनिया घूमते हैं और कुछ रोमांचक क्रिकेट खेलने की कोशिश करते हैं और कुछ चीजें हासिल करने की कोशिश करते हैं।”
एडिलेड में इंग्लैंड का तरीका काफी अलग था। भले ही हार मिली, लेकिन वे बैजबॉल से हटकर ज्यादा पारंपरिक तरीके से खेल रहे थे। इस पर मैकुलम ने कहा, “स्टाइल कभी भी स्कोरिंग रेट के बारे में नहीं रहा है। हमने कभी नहीं कहा कि हम 5.5-6 प्रति ओवर से स्कोर करने की कोशिश करेंगे। यह हमें उस दिमाग में जाने देने के बारे में है, जहां हम साफ, ट्रांसपेरेंट हों और स्थिति और उस मोमेंट को समझते हों, ताकि हम रिस्क पहचान सकें, खेल कहां है और क्या जरूरी है।”
हमने तरक्की ही की है- मैकुलम
उन्होंने आगे कहा, “मेरे लिए, यह खिलाड़ियों से सबसे अच्छा निकलवाने और उनके साथ जो कुछ भी आप कर सकते हैं, उसे पाने की कोशिश करने की बात है। बाकी फैसले दूसरे लोगों पर निर्भर हैं। मुझे लगता है कि जब मैंने काम संभाला था, तब से लेकर आज तक हमने कुछ तरक्की की है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके खिलाड़ियों को यह तरीका पसंद आया? इस पर मैकुलम बोले, “मुझे उम्मीद है। आपको उनसे पूछना होगा। पिछले कुछ सालों से, हमारे पास एक ऐसी टीम है जो समझती है कि हम इस स्टाइल को कैसे अपना रहे हैं और हमने इस टीम को स्किल लेवल और टैलेंट के आधार पर बनाया है। जब तक मैं इस काम में हूं, यह नहीं बदलने वाला।”
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved