नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बीआर गवई पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट (SC) में एक 71 वर्षीय वकील ने जूता फेंकने की कोशिश की। अदालत में चल रही एक मामले की सुनवाई के दौरान आरोपी वकील ने यह घटिया हरकत करने की कोशिश की, इस दौरान वह मंच के पास पहुंचा और जूता निकालकर फेंकने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हरकत में आकर उसे ऐसा करने से रोक दिया। देशभर में इस घटना को लेकर गुस्सा देखा जा रहा है।
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने भी इस बारे में कड़ी नाराजगी जताते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। अपनी नाराजगी जताते हुए AAP नेता ने सोमवार को इस बारे में सोशल मीडिया पर कई पोस्ट कीं। जिनमें से एक में उन्होंने लिखा- सबका नम्बर आएगा , अगर चुप रहे तो कोई नहीं बचेगा। मुसलमानों , सिक्खों और बौद्धों के बाद अब दलितों का नंबर आ गया है। वहीं एक अन्य पोस्ट में भारद्वाज ने आरोपी वकील मयूर विहार निवासी राकेश किशोर (71) की फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘गांधी हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं।’
इसके अलावा एक अन्य पोस्ट में भारद्वाज ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘इस सनातन के अपमान पर पूरी भाजपा चुप है ? क्या सवर्ण जाति और दलित जाति के लिए अलग अलग सनातन अपमान के मापदंड हैं ? दिल्ली की CM दुर्गा पूजा में प्रधानमंत्री की फोटो लगाने के लिए कह रही है। PM की पूजा मां दुर्गा के साथ करवाना चाहती थी, इस सनातन के अपमान पर किसी भाजपाई ट्रोल का खून नहीं खौल रहा ?’
उधर पार्टी के प्रमुख और राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी गवई पर हुए इस हमले की तीखी आलोचना की और इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘CJI बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश सिर्फ़ एक न्यायाधीश पर नहीं बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है, इस देश की न्यायपालिका पर हमला है। दलित बेटा मेहनत और ईमानदारी से देश की सर्वोच्च कुर्सी तक पहुंचे- ये इन लोगों को बर्दाश्त नहीं। इनकी हिम्मत तो देखो। इनके समर्थक खुलेआम CJI को सोशल मीडिया पर धमकियां दे रहे हैं। इस तरह की राजनीति और गुंडागर्दी ये देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।’
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