
कलेक्टर, समन्वय समिति, टेली मानस से लेकर सीएम हेल्पलाइन में भी बढ़ी शिकायतें, अरेंज मैरिज की जगह अंतरजातीय और प्रेम विवाह बढ़े
इंदौर। साहब मुझे मेरी पत्नी (Wife) से बचाओ, झूठे प्रकरणों में फंसा कर पूरे परिवार (Family) को बर्बाद कर दिया है… इस तरह की शिकायतें (Complaints) और गुहार जहां कलेक्टर कार्यालय (Collectorate Office) में हर जनसुनवाई में सुनाई देती है, वहीं कुटुंब न्यायालय में प्रतिदिन लगभग 10 प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं। अब तक महिलाओं के शोषण और प्रताडऩा के आंकड़े ही चौंकाते रहे हैं, लेकिन सोनम द्वारा किए गए राजा हत्याकांड के बाद पुरुष प्रताडऩा के मामले भी सामने आने लगे हैं। कलेक्टर कार्यालय से लेकर समन्वय समिति, टेली मानस और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी इस तरह की प्रताडऩा की सैकड़ों शिकायत दर्ज की जा रही हैं। टेली मानस के आंकड़ों के अनुसार 18 से 45 वर्ष की आयु के 55.9 प्रतिशत पुरुष आत्महत्या करना चाहते हैं, वही नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार 1 लाख 64 हजार पुरुष प्रतिवर्ष पत्नी द्वारा झूठे मामले दर्ज कराने पर आत्महत्या कर रहे हैं। हाल ही में इंदौर के दो पत्रकारों ने भी पत्नी की प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या कर ली है।
पति का कंकाल ही मिला
पतियों को प्रताडऩा से बचाने के लिए शहर में पौरुष संस्था का संचालन किया जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष अनिल दशोरे ने बताया कि दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 और दहेज क्रूरता की 498ए कानून का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। हाल ही में देवास के एक प्रकरण में लंबे समय से मायके में रह रही पत्नी के साथ करवा चौथ मनाने गए पति का नरकंकाल मिला है। 9 महीने बीत जाने के बाद भी परिवार सिर्फ न्याय के लिए भटक रहा है। इस तरह की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं, लेकिन महिलाओं के हक में कानून होने के कारण प्रकरण पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सैकड़ों मामलों में पुरुष ही प्रताडऩा झेलने को मजबूर हैं।
शादी के नाम से डर लगता है
इंदौर शहर में हुए सोनम और नीले ड्रम की घटना ने पुरुषों को इस हद तक डरा दिया है कि अरेंज मैरिज पर विश्वास ही नहीं बचा। मनोज कांबले (परिवर्तित नाम) ने बताया कि शादी के बाद जो घटनाएं हो रही हैं, उससे मन में डर बैठ गया था। घर वाले शादी करने के लिए पीछे लगे हुए थे। मैं हर बार मना कर देता था। मुझे शादी नाम से ही डर लगने लगा था। मैंने बाहर निकलना बंद कर दिया। परिजन डॉक्टर के पास जाने का बोलते पर मैं नहीं जाता था। फिर परिजनों ने फोन पर ही मेरी बात टेली मानस पर कराई। फोन पर मेरी काउंसलिंग हुई। हालांकि मैं अब स्वस्थ हो गया हूं, लेकिन अब भी डरा हूं। कलेक्टर कार्यालय में प्रतिदिन रजिस्टर्ड हो रहे विवाह के आकड़ों के अनुसार अब तक 64 मामले जहां अंतरजातीय विवाह के सामने आए हैं, वहीं 79 मामलों में प्रेम विवाह किया गया है। यह आंकड़े बताते हैं कि अब युवाओं में विवाह को लेकर डर है।
बच्चो के लिए तड़प रहा, जीवन व्यर्थ
मैं अजय बडग़ुजर निवासी इंदौर अपने तीन बच्चों के साथ अपना दांपत्य जीवन बड़ी हंसी-खुशी से बिता रहा था। बिना किसी नाराजगी के मेरी पत्नी के मायके जाने के बाद मेरे साले और ससुराल पक्ष के कुछ लोगों के बहकावे में मेरी पत्नी और बच्चों को मुझसे दूर कर मुझ पर झूठे इल्जाम लगाए जा रहे हैं। बच्चों के वियोग में मेरी मानसिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। न्याय की धाराओं का गलत उपयोग किया जा रहा है। अगर ऐसी ही हालात और लगातार बने रहे तो मैं पत्नी और बच्चों के वियोग में आत्महत्या कर लूंगा।
पत्नी की मारपीट से परेशान
भगवानदास सरवर ग्राम सात मील आसरावदखुर्द ने पत्नी की मारपीट से तंग आकर कलेक्टर से गुहार लगाई है कि उसे पत्नी प्रताडऩा से बचाया जाए। जमीन-जायदाद और न जाने कौन-कौन से मामलों में उसे फंसाया जा रहा है, वहीं अपने ही परिवार द्वारा मारपीट की जा रही है। पत्नी भी आए दिन उसके साथ हाथापाई करती है, जिससे वह तंग आ चुका है और अब आत्महत्या करना चाहता है।
खाना नहीं देती, प्रताडि़त करती है
कलेक्ट्रेट के समक्ष पहुंचे आवेदक ने बताया कि पत्नी सारा दिन मोबाइल पर व्यस्त रहती है। खाना भी नहीं देती और सवाल पूछने पर मारपीट करती है। नाम न छापने की शर्त पर आवेदक ने कहा कि मैंने प्रेम विवाह किया था, लेकिन पत्नी अब किसी अन्य के साथ घूमती-फिरती है। अनैतिक संबंध बना लिए हैं। अब मुझे झूठे प्रकरणों में फंसाने की धमकी दे रही है।
मल्टीनेशनल कंपनी से सडक़ पर ला दिया
498ए की धारा का गलत प्रयोग कर मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत मनोज अय्यर कैलिफोर्निया में नौकरी करते थे। 8 साल की प्रताडऩा के बाद नौकरी भी हाथ से चली गई। महू के हरविंदर खनूजा कनाडा टोरंटो में पत्नी की प्रताडऩा से 5 साल तक लड़े और अब मानहानि लगाने की तैयारी कर रहे हैं। विक्रम सिंह न्यू जर्सी में नौकरी करते थे। 5 साल की प्रताडऩा के बाद नौकरी चली गई, रास्ते पर आ गए।
शिकायतों के आंकड़े बढ़े और सलाह भी
टपारिवारिक कलह और आपसी झगड़ों को सुलझाने के लिए जस्टिस विवेक रूसिया द्वारा शुरू कराई गई समन्वय समिति में भी आए दिन पति-पत्नी के झगड़ों को सुलझाया जा रहा है। हाल ही में समन्वय समिति के समक्ष आए हुए प्रकरण पर सुनवाई करते हुए एडीएम रोशन राय ने परिवार को एक कराया था। इस प्रकरण में दोनों से शपथ पत्र लिखवाकर हंसी-खुशी विदा किया गया। पति द्वारा पत्नी की प्रताडऩा से तंग आकर शिकायत दर्ज कराई गई थी।
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