
जम्मू । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने निर्देश दिए कि सभी सुरक्षा एजेंसियां (All Security Agencies) अमरनाथ यात्रा को पूरी तरह निर्बाध रूप से पूरा करें (Should ensure Amarnath Yatra is conducted completely Smoothly) ।
अमित शाह ने राजभवन में सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू, डीजीपी नलिन प्रभात और गृह मंत्रालय, सेना, अर्धसैनिक बलों, जम्मू-कश्मीर पुलिस, नागरिक प्रशासन और केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश की खुफिया एजेंसियों के अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। बैठक लगभग एक घंटा 30 मिनट तक चली। अमित शाह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “अमरनाथ तीर्थयात्रा के लिए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों का मूल्यांकन किया। अत्यंत सतर्कता बनाए रखने और पवित्र यात्रा को निर्बाध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।”
गृह मंत्री शुक्रवार को सीमावर्ती पुंछ जिले का दौरा करेंगे, जहां वे पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित नागरिकों से मुलाकात करेंगे। वे खानेतर स्थित यूनिट मुख्यालय में बीएसएफ के जवानों को भी संबोधित करेंगे, क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों का दौरा करेंगे और गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों को नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे।
गुरुवार की बैठक का फोकस अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के साथ-साथ घुसपैठ और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस पर था। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की सुरक्षा व्यवस्था पर गहन चर्चा हुई, जिसमें पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने केंद्रीय गृह मंत्री को अपडेट दिया। अमरनाथ यात्रा 2025 3 जुलाई से शुरू होगी और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को अपने पुंछ दौरे के क्रम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति है कि हर आतंकी हमले का जवाब कठोरता और तत्परता से दिया जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने जम्मू-कश्मीर दौरे पर सीमा पार से गोलीबारी में प्रभावित लोगों से मुलाकात की और पीड़ित परिवार को नियुक्ति पत्र भी सौंपा। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की।
शाह ने कहा, “पाकिस्तान ने घोर निंदनीय हमला किया। रिहायशी इलाकों और धार्मिक स्थलों पर हमला किया। उस हमले में हमारे जो नागरिक हताहत हुए हैं, उनके परिजनों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। हम सभी जानते हैं कि मुआवजा या सरकारी नौकरी से जीवन में जो हानि हुई है, उसकी क्षतिपूर्ति नहीं हो सकती, लेकिन जम्मू-कश्मीर सरकार, भारत सरकार और समग्र जनता की जो भावना जुड़ी है, यह उसका प्रतीक है।”
उन्होंने कहा, “पूरा देश इस घटनाक्रम में आपके साथ चट्टान की तरह खड़ा है। जो बहादुरी पुंछ के नागरिकों और अधिकारियों ने दिखाई है, उससे पूरे देश का संबल बढ़ा है। पहलगाम में निर्दोष नागरिकों, यात्रियों पर कायराना हमला हुआ। पीएम मोदी की नीति है कि हर आतंकवादी हमले का जवाब तत्परता और कठोरता से दिया जाएगा। उस नीति के तहत हमने 7 मई की रात को पीओके और पाकिस्तान में जो आतंकवादी अड्डे थे, उन्हें ध्वस्त कर दिया।”
उन्होंने कहा, “पहली बार भारत की सेना ने पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी हेडक्वार्टर को नष्ट कर दिया। यह करारा जवाब समग्र भारत की जनता की ओर से दिया गया। पीएम मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति से लिए गए निर्णय, हमारी एजेंसियों की सटीक सूचनाओं और सेना के अद्भुत साहस और अचूक मारक क्षमता के कारण यह संपन्न हो पाया कि सैकड़ों की संख्या में आतंकवादी हताहत हुए।”
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved