
नई दिल्ली । अमेरिका (America) ने 1 अगस्त से भारतीय उत्पादों (Indian Products) पर 25% टैरिफ (Tariff) लगाने की घोषणा की है। इसके साथ ही रूस से भारत के तेल व्यापार (Oil trading) पर भी सवाल उठाते हुए ‘पेनल्टी’ टैक्स लगाने की बात कही गई है। अमेरिका के वित्त मंत्री ने एक इंटरव्यू में भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि टैरिफ को लेकर बातचीत काफी पहले शुरू हो गई थी, लेकिन भारत उसे जानबूझकर धीमा कर रहा है।
अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि टैरिफ को लेकर बातचीत में भारत की तरफ से की जा रही देरी से अमेरिका परेशान है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत रूस से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल खरीदकर उसे प्रोसेस करके दोबारा बेचता है, जो उन्हें ‘अच्छा वैश्विक खिलाड़ी’ नहीं बनाता।
बातचीत तभी आगे बढ़ेगी जब भारत पहल करे
बेसेंट ने कहा कि अब बातचीत आगे बढ़ानी है या नहीं, यह भारत पर निर्भर करता है। यानी भारत को अब पहले कदम उठाना होगा। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक भारत इस मामले में जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता। अभी तक अमेरिका ने टैरिफ और पेनल्टी को लेकर कोई आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है।
भारत की प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने संसद में इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि वाणिज्य मंत्रालय अमेरिका के इस फैसले के प्रभाव का आकलन कर रहा है। सरकार देशहित में हर जरूरी कदम उठाएगी।
25 अगस्त को अगली बैठक
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) की छठे दौर की बातचीत 25 अगस्त को तय है। तब तक दोनों देशों के बीच वर्चुअल बैठकें चलती रहेंगी।
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