
डेस्क: अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने हाल ही में आव्रजन कानूनों और राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के आव्रजन कानूनों का पालन और इन्हें निष्पादित करना राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है.
अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, “मैं उड़ान से जुड़ी जानकारी के बारे में ज्यादा बात नहीं कर सकता, लेकिन मैं यह साझा कर सकता हूं कि सभी अस्वीकार्य और हटाए जाने योग्य एलियंस (अवैध प्रवासी) के खिलाफ आव्रजन कानूनों का पालन करना संयुक्त राज्य अमेरिका की नीति है.”
प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका की नीति सभी अस्वीकार्य एलियंस पर कानूनों का ईमानदारी से और सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा कि आव्रजन कानूनों का निष्पादन अमेरिकी सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे गंभीरता से लिया जाता है.
यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि अमेरिकी सरकार की नीति आव्रजन कानूनों के कड़ाई से पालन और निष्पादन पर आधारित है, ताकि देश की सुरक्षा और सार्वजनिक शांति को सुनिश्चित किया जा सके. अमेरिकी सरकार का मानना है कि आव्रजन कानूनों के पालन से राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत किया जा सकता है.
अमेरिकी सरकार कई देश के लोगों को वापस उनके वतन भेज दिया, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे. इसमें लगभग 205 लोग भारत के भी थे, जिन्हें ट्रंप के आदेशानुसार वापस विशेष सैन्य हवाई जहाज C-17 से भारत भेज दिया, जिसका पहली खेप अमृतसर पहुंच गई. भारत के अलावा कोलंबिया, मेक्सिको के लोगों को भी उनके देश भेजा जा चुका है. आव्रजन कानूनों के तहत अमेरिकी सरकार ने कल एक बड़ा फैसला लेते हुए जो बाइडेन के उस फैसले को भी पलटने का विचार कर रही है, जिसमें H 1B वीजा और L वीजा के रिन्यूअल के अवधि को 180 दिन से बढ़ाकर 540 दिन कर दिया गया था.
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