
नई दिल्ली । अमेरिका राष्ट्रपति (US President)डोनाल्ड ट्रंप(Donald Trump) के करीब जा रहे पाकिस्तान(Pakistan) का अब कहना है कि गाजा प्लान(Gaza Plan) पर हमारी सारी(all our) बातें नहीं मानी गईं। हालांकि, पाकिस्तान ने भी प्लान का समर्थन किया है और साफ किया है कि ट्रंप के साथ पाकिस्तान अपना एजेंडा भी आगे बढ़ाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा है कि गाजा में पाकिस्तान अपने सैनिक भेजने पर विचार करेगा। फिलहाल, ट्रंप के प्लान पर हमास ने सहमति नहीं जताई है।
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने बताया कि पाकिस्तान और ट्रंप की टीम के बीच बात हुई थी और इस दौरान पूछा गया था कि अमेरिका क्या चाहता है। उन्होंने बताया कि ट्रंप की टीम ने कुछ पॉइंट्स पेश किए थे और पाकिस्तान ने कहा था कि 24 घंटों के अंदर वह इन बिंदुओं पर अपने विचार अमेरिका को भेज देगा। ट्रंप के गाजा प्लान के अनुसार, 72 घंटे में बंधकों की रिहाई की मांग की गई है।
डार ने कहा कि इसके बाद अमेरिका की तरफ से तैयार किए गए ड्राफ्ट में पाकिस्तान के बताए सभी बदलावों को शामिल नहीं किया गया था। उन्होंने कहा, ‘ड्राफ्ट में हमारी तरफ से किए सभी संशोधन शामिल नहीं किए गए थे।’ उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद ट्रंप और उनकी टीम के साथ अपना एजेंडा भी आगे बढ़ाता रहेगा।
अपनी सेना गाजा भेजेगा पाकिस्तान?
डार ने मंगलवार को कहा कि गाजा में हिंसा समाप्त करने के लिए हाल में घोषित शांति प्रस्ताव के तहत वहां मुस्लिम राष्ट्रों की शांति सेना के हिस्से के रूप में सैनिकों की तैनाती पर पाकिस्तान का शीर्ष नेतृत्व फैसला करेगा।
डार ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, जहां उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान सोमवार को ट्रंप द्वारा घोषित शांति योजना के तहत गाजा में सेना भेजेगा। उन्होंने कहा, ‘विचार यह है कि वहां स्वतंत्र फलस्तीनी सरकार हो। इसकी देखरेख एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी निकाय करेगा, जिसमें भी अधिकतर फलस्तीनी ही होंगे…।’
उन्होंने कहा, ‘जमीनी स्तर पर फलस्तीनी कानून प्रवर्तन एजेंसियां मौजूद रहेंगी…उनका समर्थन करने के लिए अलग से बल मौजूद रहेंगे। इंडोनेशिया ने इसके लिए 20,000 सैनिकों की पेशकश की है। मुझे यकीन है कि पाकिस्तान का नेतृत्व भी इस पर कोई न कोई फैसला जरूर लेगा।’
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