
वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine War) के बीच चल रही जंग को रोकने की कोशिश में अब एक नाकामयाब रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) का गुस्सा हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) पर फूटा है। पुतिन को खरी-खोटी सुनाते हुए ट्रंप ने यूक्रेन की मदद के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन को अज्ञात संख्या में पैट्रियट मिसाइल सिस्टम भेजेगा। ट्रंप के इस कदम को रूस के लिए एक बड़ा झटका माना जा सकता है।
बीते कुछ सप्ताह में रूस ने यूक्रेन पर लगातार मिसाइलों की बौछारें की हैं, जिसके बाद ट्रंप भड़क उठे हैं। ट्रंप ने कहा है कि पुतिन दिन में अच्छी-अच्छी बातें करते हैं, लेकिन रात को बमबारी करते हैं। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस की तरफ से होने वाले हमलों से बचाव के लिए पैट्रियट सहित और डिफेंस सिस्टम्स की मांगें की है। अब ट्रंप के इस फैसले के बाद पैट्रियट मिसाइल सिस्टम चर्चा में है।
क्या है पैट्रियट?
पैट्रियट मिसाइल सिस्टम अमेरिका का सबसे उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम है। यह फेज़्ड ऐरे ट्रैकिंग रडार फॉर इंटरसेप्ट ऑन टारगेट का संक्षिप्त रूप है। पैट्रियट सिस्टम सतह से हवा में वार करने में सक्षम है। इसे 1980 के दशक में रेथियॉन टेक्नोलॉजी द्वारा विकसित किया गया था। एक सामान्य पैट्रियट बैटरी में रडार और नियंत्रण प्रणालियां, एक पावर यूनिट, लॉन्चर और सहायक गाड़ियां शामिल होती हैं। यह प्रणाली इंटरसेप्टर के आधार पर विमान, बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों को रोकने में भी सक्षम होती हैं।
कैसे काम करता है पैट्रियट?
इस प्रणाली की क्षमताएं इस्तेमाल किए गए इंटरसेप्टर के प्रकार के आधार पर अलग-अलग होती हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिका यूक्रेन को किस तरह के पैट्रियट सिस्टम देने जा रहा है, लेकिन कीव को PAC-3 CRI इंटरसेप्टर मिलने की संभावना है। NATO ने 2015 में बताया था कि इस सिस्टम के रडार की रेंज 150 किमी से भी ज्यादा है। रेथियॉन ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि जनवरी 2015 से पैट्रियट ने लड़ाकू अभियानों में 150 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों को रोका है।
कौन से देश करते हैं इस्तेमाल?
रेथियॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने अब तक 240 से ज्यादा पैट्रियट फायर यूनिट्स का बनाए हैं और उन्हें अलग-अलग देशों में भेजा है। कंपनी ने बताया है कि इन्हें अमेरिका, जर्मनी, पोलैंड, यूक्रेन, जापान, कतर, सऊदी अरब और मिस्र सहित 19 देशों को भेजा गया है। इससे पहले जनवरी में एक्सियोस ने बताया था कि अमेरिका ने यूक्रेन को लगभग 90 पैट्रियट इंटरसेप्टर भेजे हैं।
कितनी है लागत?
सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के मुताबिक एक नई निर्मित पैट्रियट बैटरी की लागत 1 अरब डॉलर से ज्यादा होती है। वहीं पैट्रियट इंटरसेप्टर की अनुमानित लागत प्रति मिसाइल लगभग 40 लाख डॉलर होती है।
यूक्रेन को क्यों चाहिए पैट्रियट प्रणाली?
यूक्रेन ने पश्चिमी देशों और अमेरिका से लगातार पैट्रियट प्रणालियों की मांग की है। यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि रूस के बढ़ते हमलों से बचने लिए ये अत्यंत जरूरी हैं। वहीं रूस का कहना है कि वह अमेरिका द्वारा पैट्रियट्स सिस्टम को भेजने की घोषणा को सीधे तौर पर तनाव बढ़ाने वाला मानता है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने मई में इस पर चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि यूक्रेन को और ज्यादा एयर डिफेंस सिस्टम देने से सीजफायर की संभावनाएं खत्म हो जाएंगी।
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