
नई दिल्ली। देश के सबसे अमीर इंसान (Richest person in Country) मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के भाई अनिल अंबानी (Anil Ambani) रविवार को बिहार के गया शहर (Gaya city Bihar) में पहुंचे. उनके साथ पत्नी टीना अंबानी (Wife Tina Ambani) और बेटे जय अंशुल अंबानी (Son Jai Anshul Ambani) भी मौजूद रहे. उद्योगपति अनिल अंबानी ने वहां के विष्णुपाद मंदिर (Vishnupada Temple) में पहुंचकर पूजा-अर्चना की और पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया. इसके अलावा उन्होंने बोधिवृक्ष के नीचे बैठकर ध्यान भी लगाया।
पितरों की आत्मा के लिए किया पिंडदान
Anil Ambani अपने परिवार के साथ रविवार को धार्मिक यात्रा के दौरान विशेष विमान से बिहार के गया एयरपोर्ट पर पहुंचे. यहां पहुंचने के बाद अनिल अंबानी ने अपने पत्नी व बेटे के साथ विष्णुपाद मंदिर और मंगला गौरी मंदिर में पूजा की. जानकारी के मुताबिक, मंदिर के पंडितों द्वारा उन्हें पिता दिवंगत धीरूभाई अंबानी समेत अपने अन्य पितरों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना कराई गई. पिंडदान करने के बाद उन्होंने फल्गु नदी के जल से तर्पण भी किया।
बोधिवृक्ष के नीचे लगाया ध्यान
विष्णुपाद मंदिर और प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां मंगला गौरी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद उद्योगपति अनिल अंबानी महाबोधि मंदिर पहुंचे. रिपोर्ट के मुताबिक, अनिल अंबानी ने बोधगया पहुंचकर यूनेस्को की विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में भगवान बुद्ध के दर्शन किए और यहां पर उन्होंने पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे ध्यान भी लगाया. उनकी इस यात्रा के दौरान जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
गौरतलब है कि बोधगया मंदिर बौद्ध धर्म के अनुयायियों का प्रमुख तीर्थ स्थल है और विश्व धरोहर है. मंदिर परिसर में महाबोधि वृक्ष कहा जाता है. भगवान बुद्ध ने इसी वृक्ष के नीचे बैठकर ज्ञान प्राप्त किया था।
परिवार संग महाकुंभ भी पहुंचे अनिल अंबानी
बिहार के गया में पूजा करने के अलावा अनिल अंबानी पत्नी टीना अंबानी समेत प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भी पहुंचे. रिपोर्ट के मुताबिक, 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के साथ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 14 दिनों में 11 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है. Mahakumbh हर 12 साल में आयोजित होता है और इस बार ये 26 फरवरी तक चलेगा. इस महाकुंभ मेले में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved