
नागदा। नागदा में चिमटे से श्वानों के पकडऩे के मामले में विवाद गर्माता जा रहा है और जहाँ पशु प्रेमी कार्रवाईकी बात कर रहे हैं वहीं नगर निगम के कर्मचारी भी लामबंद हो गए हैं। उनका कहना है कि हम अधिकारियों की सुने कि इन लोगों की। श्री वीर गोगादेव वाल्मीकि समाज सुधार समिति नागदा के तत्वाधान मे मंगलवार को एक ज्ञापन मुख्य नगर पालिका अधिकारी नपा नागदा, नपा प्रशासक एसडीएम, सीएसपी तथा थाना प्रभारी को दिया गया। प्रेषित ज्ञापन में वाल्मीकि समाज नागदा के नागरिकों ने प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया कि नगर में आवारा श्वानों के आतंक होने से वार्डवासियों की लिखित शिकायतों पर, सीएम हेल्पलाईन पर प्राप्त शिकायतों पर नगर पालिका अतिक्रमण गैंग के द्वारा शिकायत का निराकरण करने के लिए शहर में घुम रहे आवारा श्वानों को पकड़वाया जाता है।
यह कार्य करने पर नपा के कर्मचारियों पर पशु क्रूरता अधिनियम का प्रकरण दर्ज किया गया है। पूर्व में भी हमारे वाल्मीकि समाज के कर्मचारी राजकुमार पिता बेनीराम जिसे सांड ने उठाकर फेंक दिया था जिससे सर में टांके आऐ थे। इसी प्रकार अनोख पिता छन्नूलाल को आवारा श्वानों के काटने पर जख्मी कर दिया गया था। सफाईमित्र श्रीमती अनिताबाई पति बाबूलाल को कार्य करते समय सांड ने उठाकर फैंक दिया था, जिसको 14 टांके आऐ जो कि श्रीजी हॉस्पिटल में भर्ती हैं। उन्होंने ज्ञापन में चेतावनी दी गयी कि भविष्य में मरे हुए जानवरों को भी कर्मचारी नहीं उठाऐंगे जब तक कि चिकित्सकों द्वारा उनके मृत होने की पुष्टि नहीं की जाती है। ज्ञापन देते समय वाल्मीकि समाज के अध्य्क्ष दीपक मकवाना, नपा स्वच्छता सहायक निरीक्षक कुशल धौलपुरे, पवन भाटी दरोगा, विनोद शिन्दे, मेट पप्पू नाहर, बालकिशन धौलपुरे, प्रभुलाल चौहान, आदि उपस्थित थे।
बर्बरता को लेकर कानूनी कार्यवाही करने हेतु गृहमंत्री को लिखा पत्र
विगत 15 सितंबर को नगर पालिका अधिकारियो के निर्देश पर नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा नगर में गलियों से श्वानों को पकडऩे में बरती गई बर्बरता के चलते दो श्वानों की मौत एवं शेष बचे श्वान गंभीर रूप से घायल हो गये। नपा कर्मचारियों ने घायल श्वानो को अज्ञात स्थान पर छोड़ दिया गया। प्रतीक सोनी द्वारा मूक पशुओं पर बर्बरतापूर्वक अत्याचार करने पर जबाबदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही हेतु गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को एक पत्र भी लिखा।
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