
इंदौर। प्रदेशभर (MP) के किसान (farmers) इन दिनों भू-अर्जन (land acquisition) को लेकर विरोध कर रहे हैं, जिसमें उज्जैन (Ujjain) सिंहस्थ (Simhastha) में शामिल की जाने वाली जमीनों से लेकर इंदौर-उज्जैन ग्रीन फील्ड कॉरिडोर, पीथमपुर इंडिस्ट्रयल कॉरिडोर के अलावा प्राधिकरण द्वारा घोषित की जाने वाली टीपीएस योजनाओं, इंदौर-बुधनी रेल लाइन सहित अन्य प्रोजेक्टों का विरोध हो रहा है। भू-अर्जन के अलावा स्मार्ट मीटर लगाने, सोयाबीन के भाव बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर जन अधिकार किसान यात्रा निकाली जा रही है। 3 अक्टूबर को पीथमपुर से ये किसान साइकिलों पर सवार होकर इंदौर होते हुए देवास, सीहोर से भोपाल पहुंचेंगे और मुख्यमंत्री निवास पर अपना विरोध दर्ज करेंगे।
किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण प्रदेश का किसान बर्बाद हो रहा है। इसके विरोध में भूमि अधिग्रहण पीडि़त किसानों के परिवारों का युवा वर्ग इसके खिलाफ खुलकर मैदान में आया है और जन अधिकार किसान यात्रा 3 अक्टूबर को युवा किसान पीथमपुर से निकालेंगे, जो सुबह 9 बजे शुरू होकर इंदौर, देवास, सीहोर से भोपाल तक साइकिल से पहुंचेगी और मुख्यमंत्री निवास पर विरोध दर्ज करने के साथ कृषि मंत्री शिवराज के यहां भी युवा किसान पहुंचेंगे और केंद्र एवं प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे। हंसराज मंडलोई ने बताया कि जन अधिकार किसान यात्रा पीथमपुर क्षेत्र के युवा किसान नेता संदीप रघुवंशी के नेतृत्व में पीथमपुर से प्रारंभ होगी। इसके लिए युवा किसान गांव-गांव संपर्क कर रहे हैं और किसान न्याय यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दे रहे हैं। प्रभावित किसानों ने मांग की कि आउटर रिंग रोड इकोनामिक कॉरिडोर पीथमपुर, सिंहस्थ कुंभ मेला क्षेत्र विक्रमपुरी उद्योग नगरी उज्जैन जैसे किसान विरोधी प्रोजेक्ट की समीक्षा हो एवं इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन एवं इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन के किसानों को बाजार मूल्य से चार गुना मुआवजा दिया जाए।
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