
भोपाल । स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल (Health Minister Rajendra Shukla) ने कहा कि मध्य प्रदेश में (In Madhya Pradesh) कोल्ड्रिफ के अलावा दो अन्य कफ सिरप को भी बैन कर दिया गया (Apart from Coldrif Two other Cough Syrups have also been Banned) ।
मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि राज्य में मानकों के अनुरुप नहीं पाए गए दो और कफ सिरप को पूरी तरह बैन कर दिया गया है, वहीं छिंदवाड़ा में बच्चों की मौत के मामले में सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। राज्य के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे शुक्ला ने कहा कि छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से हुई बच्चों की मौत के मामले को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है और इस मामले में सख्त कार्रवाई भी की गई है। शुरुआत में एक कफ सिरप कोल्ड्रिफ को बैन किया था और अब दो अन्य कफ सिरप को भी राज्य में बैन कर दिया गया है।
केंद्र सरकार के बच्चों के लिए कफ सिरप को लेकर गाइडलाइन का जिक्र करते हुए स्वास्थ्य मंत्री शुक्ल ने कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कफ सिरप नहीं दिए जाने की है, जिस पर राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं कि अब कफ सिरप के ऊपर यह लिखा जाए कि यह सिर्फ चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों में उपयोग के लिए नहीं है। इस संदर्भ में सभी पीडियाट्रिक एसोसिएशन से चर्चा की गई। उन्होंने आगे कहा कि जिस कफ सिरप के पीने से बच्चों की मौत हुई है, उस दवा की आपूर्ति सरकारी स्तर पर नहीं है, फिर भी सरकार इस बात की जांच कर रही है कि इस सिरप की बिक्री कैसे हो रही थी। दरअसल, राज्य के छिंदवाड़ा जिले के परासिया में पिछले दिनों बच्चों को सर्दी, जुकाम और बुखार हुआ।
इस दौरान चिकित्सक ने कफ सिरप पर्चे पर लिखा, “इन बच्चों ने कफ सिरप पिया है, जिससे बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चे गंभीर हालत में पहुंच गए और 16 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है और तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रभावितों के बीच पहुंचकर संवेदना व्यक्त की और हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया। पीड़ित परिवारों को राज्य सरकार की ओर से चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है।
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