मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग, 3 दिसंबर को नतीजे, आचार संहिता लागू

नई दिल्ली। केंद्रीय चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। मध्यप्रदेश की 230 सीटों पर एक ही साथ वोटिंग होगी, चुनाव आयोग ने एमपी में वोटिंग के लिए 17 नवंबर का दिन तय किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया है कि मिजोरम में सबसे पहले चुनाव करवाए जाएंगे. मिजोरम में 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इसके अलावा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि राजस्थान में 23 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि तेलंगाना में 30 नवंबर को वोटिंग होने वाली है. इन सभी के नजीते 3 दिसंबर को आएंगे।

चुनाव आयोग ने बताया है कि छत्तीसगढ़ में दो फेज में वोटिंग करवाई जाएगी. इसमें पहले फेज में 7 नवंबर को चुनाव होंगे, जबकि दूसरे फेज की वोटिंग 17 नवंबर को होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इन राज्यों में कुल 16.14 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता, 7.8 करोड़ महिला मतदाता होंगे। इस बार 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे।

चुनाव आयोग की बड़ी बातें

  • पांचों राज्यों की 679 विधानसभा सीटों के लिए 1.77 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं।
  • 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है। 15.39 लाख वोटर ऐसे हैं, जो 18 साल पूरे करने जा रहे हैं और जिनकी एडवांस एप्लिकेशन प्राप्त हो चुकी हैं।
  • 17734 मॉडल बूथ, 621 पोलिंग बूथों को दिव्यांग कर्मचारी मैनेज करेंगे। 8192 पोलिंग बूथों पर महिलाएं कमान संभालेंगी।
  • 1.01 लाख पोलिंग बूथ पर वेबकास्टिंग होगी। आदिवासियों के स्पेशल बूथ होंगे। 2 किलोमीटर के अंदर पोलिंग बूथ होंगे।
  • छत्तीसगढ़-उड़ीसा बॉर्डर पर चांदमेता और जगदलपुर बस्तर में बसे तुलसी डोंगरी हिल एरिया में पहली बार पोलिंग बूथ बनाया गया है। पहले ग्रामीणों को वोट करने के लिए 8 किमी चलकर बूथ तक जाना पड़ता था।
  • राजस्थान में माझोली बाड़मेर में बूथ 5 किमी दूर था। 49 वोटर्स के लिए नया बूथ 2023 के चुनाव के लिए बनाया गया है।
  • सी विजिल ऐप से चुनावी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। लोग ऐप के जरिए शिकायत कर सकेंगे।