नई दिल्ली (New Delhi)। हरदा फैक्ट्री में विस्फोट (explosion in harda factory) की घटना के मामले में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (NGT) के छह अफसरों को दोषी माना गया है. पर्यावरण मंत्री (Environment Minister) ने अपनी अनुशंसा भेज दी है. अब इन अफसरों पर गाज गिर सकती है. फिलहाल पीसीबी की तरफ से जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
हरदा स्थित पटाखा फैक्ट्री में सात फरवरी को विस्फोट हो गया था. इस विस्फोट की वजह से 13 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में पर्यावरण मंत्री नागर सिंह चौहान ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आधा दर्जन अधिकारियों को दोषी माना है. मंत्री नागर ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग को पत्र लिखा है.
सीएम मोहन यादव ये दिए थे निर्देश
विदित हो कि हरदा पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट की वजह से 13 लोगों की मौत हो चुकी है. घटना के बाद पटाखा फैक्ट्री के मालिकों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य पटाखा फैक्ट्रियां सील की गई तो वहीं हरदा के एसपी और कलेक्टर को हटाया गया है. हरदा में हुए पटाखा फैक्ट्री हादसे को लेकर प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा था कि हरदा में जो भाई-बहन घायल हुए उनसे मिलने हरदा आया हूं और इससे पहले मैं भोपाल में भी घायलों से मिला हूं. उन्होंने कहा था कि जैसे ही हादसे की जानकारी मिली मैंने तुरंत मंत्री को रवाना किया था. उन्होंने कहा था कि ये एक गंभीर हादसा है और मुझे लगा जाना चाहिए, यही सोचकर मैं खुद यहां आया हूं. बता दें कि हरदा विस्फोट की खबर सुनने के एक दिन बाद ही सीएम मोहन यादव हरदा का दौरा किए. जिसके बाद वह अस्पताल पहुंचे थे और घायलों से मुलाकात किए थे.
बता दें कि हरदा आगजनी की घटना के बाद सीएम मोहन यादव ने मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई थी. सीएम यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में घटना की स्थिति के बारे में पता की थी और आवश्यक निर्देश जारी किए थे. तो वहीं अब हरदा विस्फोट मामले में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के छह अफसरों को दोषी माना गया है, लेकिन पीसीबी की तरफ से जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
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