
नई दिल्ली । देश के स्वतंत्रता संग्राम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की भूमिका थी या नहीं इसको लेकर आज देश की राजनीति तेज हो गई है। संघ की 100वीं वर्षगांठ पर हुए कार्यक्रम ने पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा था कि संघ ने आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया था। अब हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने उनके इस दावे को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सभी को मालूम है कि हमारे प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं।
हैदराबाद सांसद ने कहा, “आज हमारे प्रधानमंत्री ने कहा कि आरएसएस स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था। मैं यह सुनकर परेशान हो गया कि यह कैसी कहानी बना रहे हैं। मैंने थोड़ी बहुत जानकारी इकट्ठा की है, तो इससे यह पता चला है कि आरएसएस के किसी भी सदस्य ने आजादी की लड़ाई में अपनी जान नहीं गंवाई है। संघ के बनने के बाद उनका एक भी सदस्य देश की आजादी के लिए जेल नहीं गया।”
हैदराबाद सांसद ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए चंद्रशेखर परमानंद द्वारा लिखी गई डॉक्टर हेडगेवार की बायोग्राफी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “बायोग्राफी के मुताबिक खिलाफत आंदोलन के समर्थन में हेडगेवार थे, गिरफ्तार हुए और एक साल जेल में रहे। महात्मा गांधी ने कहा कि गिरफ्तार हुए कोई भी लोग वकील नहीं करेगा, लेकिन हेडगेवार ने वकील कर लिया। इसके बाद हेडगेवार ने दांडी यात्रा में हिस्सा लिया। इस बायोग्राफी के मुताबिक हेडगेवार इस यात्रा में केवल इसलिए शामिल हुए थे ताकि आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले लोगों को संघ में शामिल किया जा सके।”
पीएम मोदी द्वारा महाराष्ट्र के चिमूर आंदोलन में आरएसएस के स्वयं सेवकों की भागीदारी का जिक्र करने के ऊपर भी ओवैसी ने सवाल किया। उन्होंने कहा, “चिमूर में किसी एक तरफ की भागीदारी नहीं थी। वहां पर बहुत सारे कार्यकर्ता थे। आप उंगली काट कर शहीदों में अपनी जगह नहीं बना सकते।”
ओवैसी ने कहा कि आरएसएस की मैग्जीन ऑर्गनाइजर में 14 अगस्त 1947 को लिखा कि हमारे तिरंगे के जो तीन रंग हैं वह अशुभ हैं। इसके अलावा आरएसएस ने संविधान के बारे में लिखा कि हमें संविधान की जरूरत नहीं है। इसके अलावा ओवैसी ने दावा किया कि सावरकर ने ब्रिटिश महारानी को पत्र लिखकर भारत का राज्य नेपाल के हिंदू राजा को देने की गुजारिश की थी।
क्या कहा था पीएम मोदी ने?
हैदराबाद सांसद का यह बयान पीएम मोदी के 1 अक्तूबर 2025 को दिल्ली में दिए गए भाषण के बाद आया। एक समारोह में संघ की स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका को लेकर दिए बयान में उन्होंने संघ को राष्ट्रीय चेतना का नया अवतार करार दिया। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने यहां पर संघ के संस्थापक सदस्य डॉक्टर केशव बलराम हेडगेवार और अन्य कार्यकर्ताओं की स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदारी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर हेडगेवार कई बार जेल में रहे और संघ ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का समर्थन किया। उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान चिमूर में स्वयंसेवकों पर हुए अत्याचारों का भी जिक्र किया था।
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