
रायपुर । मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) उर्फ बाबा बागेश्वर इन दिनों छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के भिलाई में हैं, जहां पर वे पांच दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन कर रहे हैं। पंडित शास्त्री अक्सर अपने रोचक व चुटीले बयानों की वजह से खबरों में बने रहते हैं। और उन्होंने एकबार फिर एक वैसा ही कुछ किया है। दरअसल हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे बलात्कार के मामले में जेल की सजा काट रहे स्वयंभू संत आसाराम बापू (Asaram Bapu) को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस बेहद गंभीर सवाल का जवाब एकबार फिर अपने चिरपरिचित लहजे में दिया। इसका जवाब देते हुए उन्होंने क्रिकेट के सिद्धांत का उदाहरण देते हुए बड़े पद पर पहुंचने वालों को तीन चीजों से बचने की सला दी और कहा कि बड़ा बनना बड़ी बात नहीं है, आप कितने दिनों तक बड़े बने रहते हैं ये बहुत बड़ी बात है।
बाबाओं के पतन को लेकर पूछा गया सवाल
एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि ‘महाराज एक सवाल बार-बार आता है कि कुछ संत या महात्मा एक शिखर पर पहुंचने के बाद ऐसे अजीबोगरीब विवाद में घिर जाते हैं, जो ना केवल बहुत शर्मनाक होते हैं बल्कि वे उनकी सालों की प्रतिष्ठा को धूल में मिला देते हैं। इनमें से एक नाम आसाराम बापू का है और उनके अलावा और भी ऐसे बहुत सारे संत हैं, जो एक शिखर पर पहुंचने के बाद इस तरह से विवादों में फंस गए और फिर उनका पतन हो गया। आपको क्या लगता है वे कैसे इन परिस्थितियों में फंस जाते हैं?’
बाबा बोले- बड़ा बनना बड़ी बात नहीं, बल्कि..
इस सवाल के जवाब में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘प्रसिद्धि पाए हुए व्यक्ति को चाहे वह किसी भी मार्ग का हो, चाहे वह धर्म का हो, चाहे राजपीठ के मार्ग का हो या कोई भी हो, जब तक आप तीन चीजों से नहीं बचोगे, तब तक आप खुद को बड़ा नहीं रख पाओगे। बड़ा बनना बड़ी बात नहीं है, कितने दिनों तक आप बड़े बने रहते हैं यह बहुत बड़ी बात है।’
धीरेंद्र शास्त्री ने दिया क्रिकेट का उदाहरण
आगे उन्होंने कहा, ‘क्रिकेट में एक सिद्धांत चलता है कि यदि आप टेस्ट मैच खेल रहे हैं तो रन भले ना आएं, पर क्रीज पर टिके रहिए। इसलिए राहुल द्रविड़ जी को वॉल ऑफ इंडिया कहा जाता था। तो हम आपको इसका एक सिद्धांत ये समझाना चाह रहे हैं कि जब आप ऊंचे पद पर पहुंच जाएं, तो आप तीन चीजों से बचकर रहें। त्रिया चरित्र स्त्री, ब्लैक मनी और तीसरा गंदी राजनीति।
आगे उन्होंने कहा, ‘फिर चाहे वह कोई भी हो, हम भी इसके लिए तैयार हैं, हमको भी हर पल इससे दूरी बनाने के लिए तैयार रहना चाहिए। क्योंकि अगर आप इन तीन चीजों से बच गए, तो आप बहुत लंबे चल पाएंगे और आप अपनी चीजों को संभाल पाएंगे। और यही तीन चीजें हैं जो आपको हीरो से जीरो बना देंगी। और यही तीन चीजों पर यदि आपकी कमान हो गई तो जीरो से आप हीरो हो जाएंगे।’
‘हमें नहीं पता कि क्या होता है और कैसे होता है’
वहीं जब आगे उनसे पूछा गया कि अपना नाम डुबोने वाले वो सभी महात्मा भी तो इसी रास्ते से ऊपर आते हैं कि इन सबका त्याग करो, लेकिन फिर कैसे उस पर घेरा आ जाता है और कैसे वह खुद इतनी बुरी तरह फंस जाते हैं। तो जवाब में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘ऐसी परिस्थितियां कैसे बनती हैं कि वह कैसे इनमें फंस जाते हैं, इस बारे में कुछ भी कह पाना हमारे लिए बहुत कठिन है, कि क्या होता है, ऐसी परिस्थितियां क्यों निर्मित होती हैं, स्वांग होता है, षड्यंत्र होता है या सच में उनकी वृत्ति बहक जाती है, यह कह पाना हमारे लिए बहुत कठिन है।’
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