इस्लामाबाद। पाकिस्तान की परेशानी अब बढ़ने वाली है। बलोचिस्तान (Balochistan) के लिए लड़ रहे उग्रवादियों ने पहले ही पाकिस्तानी रेलवे (Pakistani Railways) को उस क्षेत्र में बंद करवा दिया है। अब तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (Tehreek e Taliban Pakistan) भी अपने नए कारनामों की वजह से पाकिस्तान की नाक में दम करने वाला है। 2026 के लिए अपने नए संगठनात्मक ढांचे का ऐलान करते हुए टीटीपी ने बताया कि वह अब एयरफोर्स की एक यूनिट बनाने के प्रयास में है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी तालिबान का यह कदम उनके इस्लामाबाद की तरफ बढ़ने का नया तरीका है। टीटीपी के सूत्रों के मुताबिक इस नए ढांचे में उनके लड़ाकों की तैनाती और किस क्षेत्र के लिए कौन से कमांडर तैनात होंगे उसकी पूरी जानकारी होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर टीटीपी एयरफोर्स जैसी मजबूत प्रणाली को बनाने में कामयाब हो जाता है, तो यह पाकिस्तान के लिए बहुत ही बड़ा खतरा होगा। गौरतलब है कि अभी तक एक ही उग्रवादी संगठन ऐसा हुआ है, जिसके पास अपनी नौसेना और वायुसेना थी। वह था श्रीलंका का लिट्टे।
अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तानी तालिबान ने इस्लामाबाद की नाक में दम करके रखा है। नवंबर 2022 में पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष विराम खत्म करने के बाद टीटीपी लगातार पुलिसकर्मियों और कानून व्यवस्था से जुड़े लोगों पर हमले करता रहा है। इसके चलते पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत लगातार अशांत हैं।
तहरीक ए तालिबान के लिए एयरफोर्स बनाना आसान नहीं होगा, क्योंकि इसके लिए बहुत ही उच्च तकनीक की जरूरत होती है। आज से 20 या 15 साल पहले यह बात कर रहे होते, तो हमें इस बात को कोरी धमकी मान सकते थे। लेकिन ड्रोन वॉर फेयर के इस युग में टीटीपी किस स्तर पर वायुसेना बनाने की बात कर रहा है इस पर अभी तक ज्यादा खुलासा नहीं हुआ है। अगर टीटीपी के हाथ उच्च तकनीक वाले ड्रोन और रॉकेट लॉन्चर और अन्य चीजें जल जाती हैं, तो फिर यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ी परेशानी वाली बात होगी। हालांकि, तब भी पाकिस्तानी सेना का सामना कर पाना तालिबान के लिए आसान नहीं होगा।
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