
इंदौर। 9 साल पहले बाबा रामदेव ने इंदौर में आयोजित हुई ग्लोबल इंवेस्टर समिट में 500 करोड़ रुपए का एमओयू साइन करते हुए 40 एकड़ जमीन का आवंटन करवाया था, मगर आज तक इस पर प्लांट नहीं डाला। सिर्फ बाउंड्रीवाल बनाकर जमीन कब्जे में ले रखी है। एमपीआईडीसी हालांकि पूर्व में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को नोटिस भी थमा चुका है, मगर जमीन छीनने की हिम्मत नहीं कर पाया, क्योंकि संघ और भाजपा सरकार से बाबा की नजदीकी है। यही कारण है कि अभी भोपाल में हुई समिट में पतंजलि ने एक नया एमओयू और साइन कर लिया और ताबड़तोड़ 432 एकड़ जमीन का आवंटन पत्र भी हासिल कर लिया।
बाबा रामदेव को ये नई जमीन औद्योगिक क्षेत्र गुरेहटा में आवंटित की गई है, जिसकी पुष्टि एमसीआईडीसी के एमडी चंद्रमौलि शुक्ला ने भी की है। दरअसल अभी भोपाल में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर समिट में बाबा रामदेव के पतंजलि समूह के अध्यक्ष बालाकृष्ण भी मौजूद रहे और उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी मुलाकात की और एक नया एमओयू भी साइन किया। इसमें पतंजलि द्वारा प्राकृतिक स्वास्थ्य, जड़ी-बूटियों के अलावा एक विशाल फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाने का दावा किया गया।
इसके लिए 432 एकड़ जमीन चलती समिट के दौरान ही आवंटित करने का दबाव भी बनाया और यह भी प्रयास किए कि जमीन का आवंटन पत्र समिट में ही मुख्यमंत्री के हाथों दिलवा दिया जाए, मगर आवंटन पत्र तैयार होने में थोड़ा समय लगा और तब तक बालाकृष्ण भोपाल एयरपोर्ट के लिए समिट स्थल से निकल गए थे। लिहाजा अधिकारियों ने एयरपोर्ट पर आवंटन आदेश बालाकृष्ण को सौंपा। मजे की बात यह है कि कारोबारी बाबा रामदेव ने जहां नई 432 एकड़ जमीन और हथिया ली तो दूसरी तरफ नौ साल पहले 2016 में इंदौर में आयोजित हुई समिट में खुद बाबा रामदेव शामिल हुए थे और पांच हजार लोगों को रोजगार देने का वादा कर पांच सौ करोड़ का प्लांट पीथमपुर में डालने का एमओयू साइन किया और बेशकीमती 40 एकड़ जमीन हासिल कर ली। मात्र 25 लाख रुपए एकड़ में बाबा रामदेव को जमीन पीथमपुर में दी, जहां जमीनों के भाव तेजी से बढ़े और अब एमपीआईडीसी के पास नए उद्योगों को देने के लिए जमीन ही नहीं है। वहां 9 साल से बाबा ने 40 एकड़ जमीन कब्जे में ले रखी है और एमपीआईडीसी नोटिस थमाकर चुप बैठ गया। जमीन का कब्जा अभी तक वापस हासिल नहीं किया। इस बारे में एमपीआईडीसी के अधिकारियों से पूछा गया तो उनका कहना था कि पतंजलि ने जल्द ही इस जमीन पर प्लांट का काम शुरू करने का आश्वासन दिया है।
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