
डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा है कि बांग्लादेश (Bangladesh) “नेतृत्वहीन” हो गया है और वहां “कमजोर” प्रशासन के तहत “माफिया” का राज चल रहा है. शुक्रवार (6 दिसंबर 2024) को एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जारी राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता का असर सिर्फ बंगाल पर ही नहीं, बल्कि बिहार और ओडिशा जैसे पड़ोसी राज्यों पर भी पड़ सकता है.
साथ ही ममता ने कहा, “अगर किसी ने बंगाल सीमा पर आग लगाई, तो बिहार और ओडिशा भी सुरक्षित नहीं रहेंगे. मैं चाहती हूं कि हमारे साथ सभी पड़ोसी शांति से रहें.” उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि बांग्लादेश के साथ संवाद बनाए रखें और यह सुनिश्चित करें कि “सभी सुरक्षित रहें और वहां के लोग शांति से जी सकें.”
इससे पहले ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया था कि वे संयुक्त राष्ट्र से बांग्लादेश में शांति सेना भेजने और “पीड़ित भारतीयों” को वहां से निकालने की अपील करें. इसके साथ ही उन्होंने बांग्लादेश में इस्कॉन संगठन का समर्थन किया, जहां हिंदू भिक्षु चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ रही थी.
ममता ने कहा कि वह चाहती हैं कि बांग्लादेश अपने कठिन समय से बाहर निकले. उन्होंने कहा, “बंगाल और बांग्लादेश के बीच भाषा और संस्कृति की समानता है. भले ही भौगोलिक सीमाएं हों, लेकिन दिल की कोई सीमा नहीं होती. राजनीतिक कारणों के बावजूद, मैं चाहती हूं कि वहां सभी खुश और सुरक्षित रहें.”
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत के पड़ोस में अस्थिरता केंद्र की नाकामी को दर्शाती है, तो ममता ने कहा, “मैं कभी द्विपक्षीय मुद्दों पर सार्वजनिक रूप से टिप्पणी नहीं करूंगी. यह मेरा भारत है.”
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