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कलर कोडिंग के आधार पर अब शहर में दौड़ेंगे ई-रिक्शा

December 13, 2025

इंदौर। शहर में यातायात जाम और पार्किंग समस्या के बीच ई-रिक्शाओं की भी मुसीबत बढ़ती जा रही है। 10 हजार से अधिक ई-रिक्शा शहर की सडक़ों पर दौड़ रहे हैं और रोजाना नए रिक्श्क्भी इसमें शामिल हो रहे हैं। सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में ई-रिक्शाओं पर नियंत्रण के लिए कई बार चर्चा भी की और अब कलर कोडिंग के आधार पर भी सेक्टर वाइज ई-रिक्शाओं को चलाने का निर्णय लिया जा रहा है। यानी जिस रंग का ई-रिक्शा होगा, वह उसी निर्धारित सेक्टर या क्षेत्र में चल सकेगा।

कलेक्टर शिवम वर्मा का प्रयास है कि ई-रिक्शाओं से यातायात में जो बाधा उत्पन्न होती है उस पर नियंत्रण किया जाए। हालांकि कई बार राजवाड़ा सहित कई क्षेत्रों में ई-रिक्शा को लेकर कायदे-कानून लागू किए थे, मगर उस पर अमल नहीं हो पाया और लगातार ई-रिक्शाओं की संख्या भी बढ़ती गई, जिसके बाद अब यातायात विभाग भी इस पर नियंत्रण के प्रयासों में जुटा है कि ई-रिक्शाओं पर नियंत्रण किया जाए और शहरभर में कहीं भी घुसने पर प्रतिबंध लगाया जाए।


इंदौर में यातायात की समस्या लगातार भीषण होती जा रही है। मेट्रो फ्लायओवरों सहित अन्य निर्माण कार्यों के चलते भी यातायात बाधित रहता है और पार्किंग की समस्या तो भीषण है ही। ऐसे में जो पहले से ऑटो रिक्शा दौड़ रहे हैं, वे तो हैं हीं, उनके साथ अब ई-रिक्शा की भी भरमार हो गई, जिसके चलते अब कलर कोडिंग का फार्मूला अपनाने पर भी चर्चा चल रही है, जिसमें 6 से 8 सेक्टरों में शहर को बांटकर हर सेक्टर का एक अलग कलर कोड तय किया जाएगा और उसी कलर यानी रंग का हिस्सा उस क्षेत्र यानी निर्धारित रुट पर चलेगा, जिससे इस अफरा-तफरी पर रोक लगेगी कि कहीं पर भी ई-रिक्शा घुस आते हैं और यातायात का कबाड़ा करते हैं।

इससे आम जनता यानी यात्रियों को भी यह सुविधा होगी कि वे अपने क्षेत्र या संबंधित रुट पर चलने वाले ई-रिक्शाओं की पहचान कलर यानी रंग से कर सकेंगे। इस तरह का प्रयोग सिटी बसों से लेकर लोक परिवहन के अन्य साधनों में किया भी जाता रहा है और अब आने वाले दिनों में नीले, पीले, लाल या अलग-अलग रंगों के ई-रिक्शा संबंधित क्षेत्र में ही दौड़ते नजर आएंगे। अभी राजवाड़ा, कपड़ा बाजार, जवाहर मार्ग, एमजी रोड, सपना-संगीता से लेकर तमाम धार्मिक स्थलों पर अधिक संख्या में ई-रिक्शा चलते हैं, जिसमें खजराना, रणजीत हनुमान मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थल भी शामिल हैं। अब इन ई-रिक्शाओं को प्रतिबंध के दायरे में संचालित करवाया जाएगा।

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