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प्लेबॉय के कवर पर दिखी फ्रांस की खूबसूरत महिला मंत्री, हरकत से समर्थक ही नहीं पीएम भी नाखुश

April 05, 2023

पेरिस (paris)। फ्रांस (France) की एक महिला मंत्री की तस्वीर ने दुनिया भर में खलबली मचा रखी है। यह मंत्री हैं फ्रांस की मार्लिन शियप्पा (Marlin Schiappa)। असल में मार्लिन की तस्वीर प्लेबॉय मैगजीन के कवर पर छपी हुई है। बता दें कि 40 साल की मार्लिन पहले भी विवादों में रह चुकी हैं और राइट विंग के निशाने पर रही हैं। लेकिन इस बार अपने कारनामे से मार्लिन अपने समर्थकों के गुस्से का भी शिकार हुई हैं। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बॉर्न (Prime Minister Elizabeth Bourne) भी मानती हैं कि उनकी मंत्री ने ऐसा करके गलती की है। मार्लिन मंत्रालय में सोशल इकॉनमिक व फ्रेंच एसोसिएशन (Economic and French Association) मामलों की मंत्री हैं।

12 पेज का इंटरव्यू
गौरतलब है कि प्लेबॉय मैगजीन के कवर पर मार्लिना की फोटो छपी है। साथ ही उन्होंने मैगजीन को 12 पेज का इंटरव्यू भी दिया है। इस इंटरव्यू में उन्होंने महिलाओं और गे अधिकारों के साथ-साथ एबॉर्शन को लेकर भी बातचीत की है। प्लेबॉय में अपनी तस्वीर के प्रकाशित होने पर उन्होंने अपना पक्ष भी रखा है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि महिलाओं के अधिकार की रक्षा की जानी चाहिए। हम अपने शरीर के साथ कुछ भी कर सकती हैं। उन्होंने आगे लिखा कि फ्रांस में महिलाएं फ्री हैं, भले ही इससे पाखंडियों को परेशानी होती हो।


सहकर्मी भी नाखुश
वैसे मार्लिना के इस फैसले से मंत्रालय (Ministry) में उनके सहकर्मी भी बहुत खुश नहीं हैं। बता दें कि सरकार पहले ही रिटायरमेंट की उम्र दो साल बढ़ाने को लेकर लोगों के गुस्से का सामना कर रही है। लोगों का मानना है कि मंत्री की इस तस्वीर से एक गलत संदेश किया है। एक व्यक्ति ने कहा है कि जब मुझे पहली बार किसी ने इसके बारे में बताया तो लगा कि वह अप्रैल फूल बना रहा है। प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बॉर्न ने कहा है कि वर्तमान हालात में यह ठीक नहीं है। वहीं सरकार की आलोचक सैंड्रिन रूसो ने कहा है कि फ्रांस के लोगों का सम्मान आखिर कहां है?

क्या है प्लेबॉय
प्लेबॉय पुरुषों की लाइफस्टाइल मैगजीन है। मैगजीन ने इस मामले में अपनी सफाई भी दी है। उसने कहा है कि प्लेबॉय सॉफ्ट पॉर्न मैगजीन नहीं, बल्कि 300 पेजेज की मैगजीन है। इसके कुछ पन्नों पर भले ही न्यूड महिलाओं की फोटो रहती है, लेकिन पूरी मैगजीन में ऐसा नहीं होता है। मंत्री को कवर पेज पर रखने के पीछे उसने लॉजिक भी दिया है। उसने कहा है कि चूंकि वह महिला अधिकारों की बात करती हैं, इसलिए वह इसके लिए सबसे सही थीं।

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