
इंदौर। फर्जी एडवाइजरी कंपनी खोलकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह ने पहले फ्रीगंज उज्जैन में एडवाइजरी कंपनी का आफिस खोला था, लेकिन एक साल से किराए का मकान लेकर लोगों से ठगी कर रहे थे। पुलिस को उनके चार खातों में लाखों के ट्रांजेक्शन मिले हंै। अब उन्हें फ्रीज करवाया जा रहा है।
एक आर्मी अधिकारी को निवेश के नाम पर दोगुना पैसे मिलने का झांसा देकर साढ़े पांच लाख की ठगी करने वाले गिरोह से क्राइम ब्रांच की टीम लगातार पूछताछ कर रही है। गिरोह के सरगना कमलेश वर्मा सहित सात आरोपी पुलिस की रिमांड पर हैं। डीसीपी क्राइम निमिष अग्रवाल ने बताया कि कमलेश ने पहले कुछ अन्य लोगों के साथ उज्जैन के फ्रीगंज में फर्जी एडवाइजरी कंपनी का आफिस खोला था और कई लोगों से लाखों की ठगी की थी। एक साल पहले पकड़े जाने के डर से उसने एक किराए के फ्लैट में आफिस खोल लिया था, जहां पुलिस ने छापा मारकर आरोपियों को पकड़ा। डीसीपी का कहना है कि गिरोह के कुछ सदस्य अभी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। इसके अलावा अब तक उनके चार और बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनमें लाखों के ट्रांजेक्शन हुए हैं। सभी बैंकों को पत्र लिखकर खातों को फ्रीज करवाया जा रहा है, ताकि पैसा कोई निकाल न सके।
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