
नई दिल्ली (New Delhi)। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले कई नेताओं ने पाला बदला, उनमें से अधिकांश चुनाव हार गए हैं। हारने वालों में महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना शिंदे गुट (Shiv Sena Shinde faction) की यामिनी जाधव (Yamini Jadhav), पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भाजपा के तपस रॉय (Tapas Roy), झारखंड में कांग्रेस के प्रदीप यादव, राजस्थान में भाजपा की ज्योति मिर्धा जैसे नाम शामिल हैं। ये ऐसे नेता हैं जो या तो खुद या फिर उनके परिवार के लोग केंद्रीय एजेंसियों की जांच का सामना कर रहे हैं। हारने वाले इन नौ में से सात भाजपा या उसके सहयोगी दलों के थे।
आपको बता दें कि 13 दलबदलू उम्मीदवार या उनके परिवार के सदस्य या तो केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), आयकर विभाग या प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे हैं। 13 में से आठ भाजपा में शामिल हो गए थे। सात कांग्रेस से गए और एक तृणमूल कांग्रेस से झारखंड विकास पार्टी और पीईपी से दो-दो कांग्रेस में शामिल हुए थे।
हारने वाले प्रमुख दलबदलुओं में राजस्थान के नागौर से ज्योति मिर्धा, उत्तर प्रदेश के जौनपुर से कृपाशंकर सिंह, कोलकाता उत्तर से तपस रॉय, आंध्र प्रदेश के अराकू से कोथापल्ली गीता, पटियाला से प्रणीत कौर और झारखंड के सिंहभूम से गीता कोड़ा शामिल हैं। शिवसेना शिंदे गुट से यामिनी जाधव मुंबई दक्षिण से चुनाव हार गईं, जबकि कांग्रेस से प्रदीप यादव झारखंड के गोड्डा से हार गए।
कांग्रेस की पूर्व नेता ज्योति मिर्धा लोकसभा चुनाव से करीब छह महीने पहले सितंबर 2023 में भाजपा में शामिल हुई थीं। कुछ महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय ने शिप्रा समूह की शिकायत के आधार पर इंडियाबुल्स के खिलाफ जांच शुरू की थी। इंडियाबुल्स का संचालन मिर्धा के ससुराल वाले करते हैं। इंडियाबुल्स के प्रमोटर समीर गहलोत मिर्धा के पति नरेंद्र गहलोत के भाई हैं।
मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह 2012 में महाराष्ट्र भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच का सामना कर रहे थे। ईडी ने भी जांच शुरू की। फरवरी 2018 में एक अदालत ने बरी कर दिया। 2019 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और 2021 में भाजपा में शामिल हो गए।
कांग्रेस के पूर्व नेता और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर को भाजपा ने पटियाला से मैदान में उतारा था। उनके बेटे रणिंदर सिंह 2020 में विदेशी मुद्रा उल्लंघन के एक मामले में ईडी की जांच के घेरे में आए थे। नवंबर 2021 में अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी थी। अगले ही साल वह भाजपा में शामिल हो गए। कौर कांग्रेस के धर्मवीर गांधी और आप के बलबीर सिंह के बाद तीसरे स्थान पर रहीं।
महाराष्ट्र में शिवसेना की यामिनी जाधव जून 2022 में एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने के लिए पार्टी से बाहर हो गईं। राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई। यामिनी और उनके पति यशवंत जाधव कई मामलों में ईडी की जांच का सामना कर रहे थे। यामिनी को इन चुनावों में एनडीए ने मुंबई दक्षिण से मैदान में उतारा था, लेकिन वह शिवसेना यूबीटी के अरविंद सावंत से हार गईं।
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