
वाशिंगटन । डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि वह निजी स्वार्थ के लिए सेना का इस्तेमाल कभी नहीं करेंगे। ट्रंप ने व्यक्तिगत प्रतिशोध की भावना से अश्वेत आंदोलन के दौरान सेना का इस्तेमाल किया और नागरिक अधिकारों का उल्लंघन किया।
बिडेन नेशनल गार्ड एसोसिएशन ऑफ यूनाइटेड स्टेट्स की आम सभा को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना लोगों का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन ट्रंप को यह भी बर्दाश्त नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति बने तो ऐसा कभी नहीं होगा। बिडेन की यह टिप्पणी ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन मार्क मिली के बयान के एक दिन बाद आया है। मिली ने कहा था कि चुनाव प्रक्रिया के संचालन और चुनावी विवाद के निपटारे में सेना की कोई भूमिका नहीं है।
बिडेन ने नागरिक और सैन्य शक्ति के बीच विभाजक रेखा खींचने का वादा करते हुए कहा कि नागरिक अधिकारों की हिफाजत हमारे गणतंत्र का मूल तत्व है। बिडेन ने कहा- नागरिक अधिकारों को कुचलने के लिए सेना का इस्तेमाल नहीं करूंगा । उन्होंने कहा, ‘अगर मैं राष्ट्रपति बना तो आपको कभी भी राजनीति या व्यक्तिगत प्रतिशोध के बीच में नहीं डालूंगा। मैं कभी भी अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए या फिर नागरिक अधिकारों को कुचलने के लिए सेना का इस्तेमाल नहीं करूंगा।’
बतादें कि तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट प्रत्याशी बिडेन लगातार बढ़त बनाए हुए हैं। रिपब्लिकन के लिए राहत की बात इतनी है कि पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद बिडेन की बढ़त का ग्राफ नीचे आया है। ‘द हिल’ द्वारा कराए गए मार्निग कंसल्ट सर्वे के मुताबिक बिडेन को 50 फीसद समर्थन मिल रहा है, जबकि ट्रंप को 44 फीसद मतदाताओं का। बाकी मतदाताओं ने अभी अपना मन नहीं बनाया है। सर्वे में 4,035 मतदाताओं की राय ली गई थी। रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू होने से एक दिन पहले 23 अगस्त को कराए गए सर्वे में बिडेन-ट्रंप के बीच समर्थन का अंतर 52-42 का था, जो कि अब कम हो गया है।
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