
पुरी। ओडिशा (Odisha) के पुरी (Puri) में रथयात्रा (Rath Yatra) के दौरान भगदड़ के मामले (Stampede Cases) में बड़ी कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय (Chief Minister’s Office) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पुरी के जिला कलेक्टर (District Collector) और SP का तबादला (Transfer) कर दिया गया है। इसके अलावा DCP विष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी को ड्यूटी में लापरवाही के लिए निलंबित किया गया है। वहीं ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने प्रत्येक मृतक श्रद्धालु के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने विकास आयुक्त की देखरेख में विस्तृत प्रशासनिक जांच के आदेश दिए हैं और जिला कलेक्टर और SP के तबादले के निर्देश दिए हैं। चंचल राणा को नया जिला कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि पिनाक मिश्रा ने नए SP का कार्यभार संभाला है।
वहीं पुरी रथयात्रा भगदड़ मामले पर ओडिशा के डीजीपी वाईबी खुरानिया ने कहा, “जैसा कि आप देख सकते हैं, बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा हुए हैं और बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। यह पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है। सुबह हुई घटना की जांच की जा रही है। सभी तथ्य सामने आएंगे कि ऐसा क्यों हुआ।” इससे पहले डीएम सिद्धार्थ स्वैन ने कहा, “आज सुबह 4.20 से 5.40 बजे तक 15 श्रद्धालुओं को जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनमें से 12 को प्रारंभिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। तीनों मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। उसके बाद मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा।”
वहीं इस हादसे को लेकर सीएम मोहन चरण माझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ओड़िया भाषा में माफी मांगी है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘मैं और मेरी सरकार सभी जगन्नाथ भक्तों से क्षमा मांगते हैं। हम भगदड़ में अपनी जान गंवाई वाले श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।’ इसके साथ ही सीएम माझी ने कहा कि वह महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करते हैं कि वे उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा चूक की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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