
नई दिल्ली (New Delhi) । देश में मोदी सरकार (Modi government) की ओर से लोगों के फायदे के लिए कई स्कीम (scheme) चलाई जा रही है. इन स्कीम के जरिए सरकार की ओर से लोगों का हित भी किया जा रहा है. वहीं नौकरीपेशा लोगों को भी फायदा पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से कई स्कीम चलाई जा रही है. इनमें से एक पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) भी शामिल है. हालांकि अब सरकार की ओर से पीपीएफ (PPF) को लेकर एक अहम अपडेट सामने आया है, जिसके बारे में पीपीएफ में इंवेस्टमेंट करने वाले लोगों को जान लेना चाहिए.
पीपीएफ स्कीम
दरअसल, पीपीएफ केंद्र सरकार के जरिए चलाई जा रही एक सेविंग स्कीम है. इस सेविंग स्कीम के जरिए सरकार की ओर से लोगों को इंवेस्टमेंट करने और बचत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इसके अलावा इस स्कीम में लोगों को टैक्स बेनेफिट भी मिलता है और लोग टैक्स सेविंग भी इस स्कीम के जरिए कर सकते हैं.
पीपीएफ पर ब्याज
वहीं इस स्कीम पर सरकार की ओर से ब्याज उपलब्ध करवाया जाता है. इस ब्याज की समीक्षा भी सरकार की ओर से हर तिमाही में की जाती है. वहीं हाल ही में सरकार की ओर से पीपीएफ पर दिए जाने वाले ब्याज की समीक्षा की गई है. ऐसे में पीपीएफ पर दिए जाने वाले ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है और उसे स्थिर रखा गया है. ऐसे में अक्टूबर-दिसंबर 2023 की तिमाही में भी पीपीएफ पर 7.1 फीसदी का ब्याज दिया जाएगा.
पीपीएफ अमाउंट
पीपीएफ सेविंग और इंवेस्टमेंट स्कीम है. इसकी मैच्योरिटी 15 साल की होती है. वहीं इस स्कीम के जरिए लोग एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये का इंवेस्टमेंट कर सकते हैं. साथ ही इस स्कीम में एक वित्त वर्ष में मिनिमम 500 रुपये का इंवेस्टमेंट करना जरूरी है. इसके अलावा लोग इस स्कीम के जरिए इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स लाभ उठा सकते हैं.
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