
मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) । ब्रिटेन (Britain) में हुए आम चुनाव (General election) में भारतीय मूल के कई नेताओं ने चुनाव जीता है, इनमें कनिष्क नारायण (Kanishka Narayan) का नाम भी प्रमुख है। कनिष्क का जन्म बिहार (Bihar) के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में हुआ था। लीची नगरी के लाल ने सात समंदर पार विदेशी धरती पर मुजफ्फरपुर का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। ब्रिटेन के संसदीय चुनाव में 33 वर्षीय कनिष्क नारायण ने नए प्रधानमंत्री कीव स्टारमर की लेबर पार्टी से जीत हासिल की है। वे वेल्स के पहले अल्पसंख्यक सांसद चुने गए हैं।
कनिष्क नारायण का परिवार मुजफ्फरपुर के दामुचक मोहल्ले के सोंधों हाउस में रहता है। उनके बड़े पापा जयंत कुमार एसकेजे लॉ कॉलेज, गन्नीपुर के निदेशक और चचेरी बहन बर्फी और रॉकस्टॉर फेम बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री श्रेया नारायण हैं। जयंत ने बताया कि कनिष्क की आरंभिक पढ़ाई मुजफ्फरपुर के प्रभात तारा स्कूल से हुई। चार साल की उम्र में कनिष्क अपनी मां चेतना सिन्हा और पिता संतोष कुमार के साथ दिल्ली चले गए। वहां उन्होंने एपीजे स्कूल से हाई स्कूल तक की पढ़ाई की। जब कनिष्क 12 साल के थे, उनके माता-पिता अपने बच्चे के साथ इंग्लैंड के वेल्स चले गये। चेतना एवं संतोष वेल्स के कार्डिफ में सॉलिसिटर हैं।
डेविड कैमरून के आर्थिक सलाहकार भी रहे कनिष्क नारायण
कनिष्क ने ऑक्सफोर्ड और स्टेनफोर्ड जैसे विश्वविद्यालय से फिलॉसफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स के अलावा बिजनेस में मास्टर्स डिग्री हासिल करने के बाद सिविल सेवक रह चुके हैं। वे वर्तमान में इंग्लैंड के बैरी में रहते हैं और राजनेता बनने से पहले गर्वमेंट एडवाइजिंग मंत्रालय में पब्लिक पॉलिसी पर काम करते थे। उन्होंने यूरोप और यूएस में कई नौकरियां कीं। जब डेविड कैमरून ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे तो कनिष्क ने उनके आर्थिक सलाहकार के तौर पर भी काम किया।
वेल्स के पहले अल्पसंख्यक सांसद बने कनिष्क नारायण
जयंत कुमार ने बताया कि कनिष्क ने वेल्स के पूर्व सचिव अलुन केर्न्स को पराजित कर यहां से पहले अल्पसंख्यक सांसद चुने गए हैं। कनिष्क के सांसद चुने जाने पर सोंधों हाउस स्थित उनके आवास पर परिजनों में उत्साह का माहौल है। वहीं, मुजफ्फरपुर स्थित उनके घर पर बधाई देनेवालों रिश्तेदारों व शुभचिंतकों का सुबह से ही तांता लगा हुआ है।
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