
पटना । बिहार (Bihar) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक विधायक (MLA) ने मुस्लिमों (Muslims) से इस बार होली (Holi) पर घर के अंदर रहने और हिंदुओं को बिना किसी बाधा के उनका त्योहार मनाने देने की सोमवार (10 मार्च, 2025) को अपील कर विवाद खड़ा कर दिया है. उनके इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) फायर हो गए हैं.
इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तेजस्वी यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विधायक को आड़े हाथ लेने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. तेजस्वी यादव ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह आपके बाप का राज नहीं है. सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश करने के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए.
‘बचौल को याद रखना चाहिए यह बिहार है’
तेजस्वी यादव ने कहा, “बचौल को याद रखना चाहिए कि यह बिहार है, जहां आरएसएस-भाजपा और संघ परिवार के मंसूबे हर बार नाकाम हो जाते हैं. उन्हें लगता है कि वे हमारे मुस्लिम भाइयों में आतंक फैला सकते हैं, लेकिन हमारा देश ऐसा है जहां हर एक मुसलमान की रक्षा कम से कम पांच से छह हिंदू करेंगे.”
आरजेडी नेता ने आगे कहा, “मैं यह भी चाहूंगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बचौल को बुलाएं और अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए उन्हें आड़े हाथों लें. हालांकि सदन के नेता से यह उम्मीद करना बहुत ज्यादा है जो अब खुद होशो-हवास में नहीं रहते.”
दूसरी ओर राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) नेता जमा खान ने कहा कि कोई अप्रिय घटना नहीं होगी. प्रशासन को त्योहार के दौरान सौहार्द्र सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं.
बीजेपी विधायक ने क्या कहा है?
मधुबनी जिले के बिस्फी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने विधानसभा परिसर में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में यह कहा था, “मैं मुसलमानों से अपील करना चाहता हूं कि साल में 52 जुमा (शुक्रवार) होते हैं. उनमें से एक जुमे पर होली का पर्व पड़ रहा है. इसलिए, उन्हें हिंदुओं को त्योहार मनाने देना चाहिए और अगर उन पर रंग लग जाए तो उन्हें बुरा नहीं मानना चाहिए. अगर उन्हें इससे कोई दिक्कत हो तो उन्हें घरों में ही रहना चाहिए. सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए यह जरूरी है.”
जब उनसे कहा गया कि मुस्लिम रमजान के दौरान रोजा रखते हैं और शुक्रवार को विशेष नमाज पढ़ते हैं तो विधायक ने कहा, “उनके हमेशा दोहरे मापदंड रहे हैं. वे अबीर-गुलाल बेचने वाले स्टॉल लगाकर, पैसे कमाकर खुश हैं, लेकिन अगर उनके कपड़ों पर कुछ दाग लग जाते हैं तो उन्हें दोजख (नरक) का डर सताने लगता है.”
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