
नई दिल्ली: बिहार (Bihar) में विधानसभा चुनाव (Sssembly Elections) से पहले चुनाव आयोग वोटर लिस्ट (Voter List) में विशेष गहन पुनरीक्षण (Special In-depth Review) करा रहा है. लेकिन इसको लेकर आरजेडी (RJD) और कांग्रेस (Congress) समेत कई विपक्षी दल खफा है. कल बुधवार को विपक्षी दलों ने बिहार बंद बुलाया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. दूसरी ओर वोटर्स की ओर से SIR फॉर्म भरकर जमा कराने का सिलसिला जारी है. SIR के खिलाफ कई लोगों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिकाए लगा रखी हैं उस पर आज सुनवाई शुरू होनी है.
सुप्रीम कोर्ट बिहार में चुनाव आयोग के SIR के फैसले के खिलाफ दायर कई याचिकाओं पर आग गुरुवार को सुनवाई करने जा रहा है. राष्ट्रीय जनता दल सांसद मनोज झा और तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा और असदुद्दीन ओवैसी समेत कई नेताओं तथा संगठनों की ओर से SIR के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं. कोर्ट कल बुधवार को 2 अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं (अरशद अजमल और रूपेश कुमार) की नई याचिका पर भी सुनवाई करने को राजी हो गया.
हालांकि वकील अश्विनी उपाध्याय ने चुनाव आयोग के इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए एक अलग याचिका दाखिल की है. याचिका में कोर्ट से वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण कराने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है ताकि यह तय किया जा सके कि सिर्फ भारतीय नागरिक ही राजनीति और नीति तय करें.
विपक्षी दलों के विरोध और सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका के बीच विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया लगातार जारी है. बिहार के लोग इसके प्रति खासा उत्साहित दिख रहे हैं. वोटर्स की सक्रिय भागीदारी और चुनाव अधिकारियों, स्वयंसेवकों और मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त 1.56 लाख बूथ लेवल एजेंटों की वजह से आधे से ज्यादा फॉर्म जमा कराए जा चुके हैं. प्रक्रिया के शुरू होने के शुरुआती 15 दिनों में 57.48% SIR फॉर्म जमा कराए जा चुके हैं और अभी इस प्रक्रिया में 15 दिन और बचे हैं.
चुनाव आयोग के अनुसार, बुधवार शाम 6 बजे तक, 4,53,89,881 SIR फॉर्म जमा करा लिए गए हैं, जो बिहार के कुल 7,89,69,844 (करीब 7.90 करोड़) मौजूदा वोटर्स का 57.48 हिस्सा बैठता है. पिछले महीने 24 जून को एसआईआर निर्देश जारी किए गए थे. इस बीच पिछले 24 घंटों में (मंगलवार से बुधवार के बीच), शाम 6 बजे तक 83,12,804 SIR फॉर्म जमा कराए गए हैं, जो एक दिन में एकत्र किए गए प्रपत्रों का 10.52 फीसदी है. अभी करीब 42.5% फॉर्म भरकर जमा कराया जाना रह गया है. हालांकि इसके लिए अभी 25 जुलाई तक का वक्त है. लेकिन जिस तरह से फॉर्म जमा हो रहे हैं उससे लगता है कि यह काम तय वक्त से पहले पूरा हो जाएगा.
एसआईआर दिशा-निर्देशों के पैरा 3(D) में यह व्यवस्था है कि मौजूदा मतदाता, जिनमें अस्थायी रूप से प्रवासित वोटर्स भी शामिल हैं, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 20 (1A) के अनुसार, https://voters.eci.gov.in से पहले से भरा हुआ SIR फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं. साथ ही वो मतदाता, जो अस्थायी रूप से क्षेत्र से बाहर हैं, वो अपने गणना फॉर्म को प्रिंट और हस्ताक्षरित करके 25 जुलाई से पहले अपने परिवार के लोगों के जरिए या किसी भी ऑनलाइन माध्यम (एसआईआर दिशा-निर्देशों के पैरा 3(D) के अनुसार), जिसमें व्हाट्सएप या इसी तरह के ऐप शामिल हैं, के जरिए अपने बीएलओ को भेज सकते हैं, ताकि उनके नाम वोटर लिस्ट ड्रॉफ्ट लिस्ट में शामिल हो सकें.
एसआईआर प्रक्रिया की शुरुआत से पिछले 15 दिनों के दौरान, 7.90 करोड़ फॉर्म प्रिंट कराए गए और करीब 98% फॉर्म (7.71 करोड़) पहले ही वोटर्स को बांटे जा चुके हैं. विपक्ष के विरोध के बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार के वोटर्स ने वोटर लिस्ट के एसआईआर में उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए त्रुटिरहित वोटर लिस्ट बेहद जरूरी हो गया है.
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