
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि बीजू पटनायक (Biju Patnaik) लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध थे (Was completely committed to Democratic Ideals) । ओडिशा के लोकप्रिय सीएम रहे बीजू पटनायक की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया ।
पीएम मोदी ने कहा, “बीजू बाबू को उनकी जयंती पर याद करते हुए, हम ओडिशा के विकास और लोगों को सशक्त बनाने में उनके योगदान को याद करते हैं। वे लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति भी पूरी तरह प्रतिबद्ध थे और उन्होंने आपातकाल का कड़ा विरोध किया था।” बता दें कि 5 मार्च 1916 को ओडिशा के गंजाम जिले में जन्मे विजयानंद (बीजू) पटनायक दो बार ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे और अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किए, लेकिन इसके साथ ही, वह एक स्वतंत्रता सेनानी और बहादुर पायलट भी थे। बीजू पटनायक को एविएशन में गहरी रुचि थी, और उन्होंने पायलट बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ दी। प्रशिक्षण लेने के बाद, उन्होंने निजी एयरलाइंस के साथ उड़ान भरी, लेकिन जब दूसरा विश्व युद्ध छिड़ा, तो उन्होंने रॉयल इंडियन एयरफोर्स जॉइन कर लिया। इसी समय के दौरान, उन्होंने कलिंग एयरलाइंस की भी शुरुआत की।
1947 में, जब पाकिस्तानी हमलावरों ने कश्मीर पर हमला किया, तो बीजू पटनायक ने कश्मीर की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह एक पायलट थे और डकोटा डी सी-3 विमान उड़ाते थे। 27 अक्टूबर को, उन्होंने अपने विमान से श्रीनगर की हवाई पट्टी के लिए उड़ान भरी और साथ में 1 सिख रेजिमेंट के 17 जवानों को भी लिया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कि हवाई पट्टी पर दुश्मन का कब्जा नहीं है, विमान को हवाई पट्टी के बेहद पास उड़ाया और जब यह देखा कि रास्ता साफ है, तो उन्होंने विमान को वहां उतार दिया। वहां भारतीय सैनिकों ने घुसपैठियों को खदेड़ दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की राजनीति के अहम स्तंभ और दादरी से दो बार विधायक रहे पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने विधायक सुनील सांगवान को शोक संदेश भेजकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। पीएम मोदी ने अपने पत्र में लिखा कि सतपाल सांगवान के निधन की खबर सुनकर उन्हें गहरा दुख हुआ। यह न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक निभाया और हमेशा जनसेवा को प्राथमिकता दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सतपाल सांगवान का जीवन समाज के जरूरतमंदों की सेवा के लिए समर्पित था, और उनके द्वारा किए गए कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा। वह सिर्फ अपने परिवार के लिए अभिभावक ही नहीं बल्कि प्रेरणा के स्रोत भी थे। उनकी शिक्षा और मूल्य आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे। विधायक और मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने ग्रामीण विकास, किसानों के कल्याण और सामाजिक न्याय के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके निधन से क्षेत्र के लोगों ने एक मजबूत नेता खो दिया है जो हर जरूरतमंद के साथ खड़ा रहता था।
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