
कन्नौज । समाजवादी पार्टी अध्यक्ष (SP President) अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष (SBSP President) ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) की चिंता (Worry) मुझे नहीं (Not Me) भाजपा को करनी चाहिए (BJP Should Do) । अखिलेश ने आगे कहा, “मैं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ बुरे शब्द बोलने के बाद उनका सामना नहीं कर सकता, साथ ही, मैं उस भाषा का उपयोग नहीं कर सकता जो वह (राजभर) इस्तेमाल करते हैं। ओम प्रकाश राजभर और उनके नेताओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली शब्दावली की चिंता भाजपा को करनी चाहिए। ”
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि उनकी पार्टी केवल उन पार्टियों के साथ चुनाव लड़ेगी जो आने वाले महीनों में साथ रहेंगी। निजी दौरे पर कन्नौज आए अखिलेश ने संवाददाताओं से कहा, “पिछले पांच साल बीत गए और काम करने का तरीका दिखाता है कि भाजपा सरकार ऐसे ही चलेगी। लोग शिकायत कर रहे हैं कि इस सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है। एक तरफ उद्योगपतियों को फायदा हो रहा है, दूसरी तरफ आम आदमी दूध उत्पादों के लिए टैक्स दे रहा है।”
अखिलेश ने कहा कि अगर भगवान शिव का कोई भक्त दूध चढ़ाना चाहता है तो उस प्रसाद पर भी जीएसटी देना होगा। उन्होंने कहा, “सावधानी से दूध चढ़ाएं, नहीं तो टैक्स के कारण जेल हो सकती है।” अखिलेश ने आगे कहा, “कैंसर के मरीजों की संख्या पूरे राज्य में बढ़ रही है। भाजपा सरकार के पास इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। सरकार लोगों के हित में नहीं, बल्कि सिर्फ अपने फायदे के लिए काम कर रही है।” अखिलेश ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर बड़े-बड़े गड्ढे नजर आ रहे हैं, इसके निर्माण के नाम पर लूट हुई है, एकमुश्त डकैती हुई है। कोई कल्पना कर सकता है कि देश के प्रधानमंत्री ने जिस परियोजना का उद्घाटन किया था, वह पहली बारिश भी सहा नहीं सकी।”
अखिलेश ने सवाल किया, “इस एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुविधा के लिए कोई काम नहीं किया गया है। कहीं शौचालय नहीं है, जरूरत पड़ने पर कोई कहां जाएगा? एक्सप्रेसवे को चालू कर दिया गया है, लेकिन सुविधाएं और पेट्रोल पंप अभी तक स्थापित नहीं किए गए हैं।” उन्होंने कहा कि कन्नौज में सपा सरकार के तहत एक अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल तैयार किया गया था, लेकिन मौजूदा राज्य सरकार इसे अभी तक शुरू नहीं कर पाई है। लोग अपनी जान गंवा रहे हैं, क्योंकि यूपी सरकार के पास कैंसर रोग के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है।
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