
पटना: बिहार (Bihar) की राजधानी पटना में बीपीएससी का पेपर लीक (BPSC paper leak) होने के मामले में बीपीएससी अध्यक्ष परमार रवि मनु भाई ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आज की परीक्षा 912 सेंटर पर आयोजित की गई. 911 सेंटर पर परीक्षा शांतिपूर्ण रही. राज्य के सभी जिलों में परीक्षा हुई. 12:30 बजे के करीब आयोग को पहली बार छात्रों के हंगामा करने की सूचना प्राप्त हुई.
आयोग ने तुरंत इस मसले पर केंद्र के इंचार्ज से संपर्क किया और आयोग के दो पदाधिकारी वहां गए. एक बजे आयोग के पदाधिकारी वहां पहुंचे. उन्होंने वहां के अधिकारियों से बातें की. मीडिया में यह बातें सामने आई हैं कि कुछ छात्र ने हंगामा किया है. लगभग 12000 स्टूडेंट उस सेंटर पर थे. जब आयोग के अधिकारियों ने जांच की तो यह सामने आया कि 12 बजकर 15 मिनट के करीब सेंटर के किसी कमरों में कुछ बच्चों ने कहा कि पेपर लीक हो गया है. जो बच्चे सेंटर में घंटों से बैठे हुए थे. उनके पास संचार का कोई साधन नहीं था. उन्होंने कैसे कहा कि पेपर लीक हो गया है.
केंद्र के प्राधिकारियों ने बताया कि कुछ बच्चों ने उद्दंडता की और कानून को हाथ में लिया और इनविजीलेटर के हाथ से पेपर को छीन लिया. पेपर को छीनने के बाद वो बाहर निकले और उन्होंने ही बाकी लोगों को भड़काने की कोशिश की. उन्होंने एक वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि एक छात्र, आयोग के पात्र को दिख रहा था.
वहीं प्रश्न पत्र किसी और को दिया जाता है और पेपर 1:00 बजे के बाद वायरल होना बताई जा रहा है. आयोग की परीक्षाएं सुचारू रूप से चल रही थी. हर जगह परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हुई है. प्रश्न पत्र वायरल होने का कोई प्रश्न नहीं है. न ही सोशल मीडिया, न यूट्यूब चैनल या किसी अन्य माध्यम से इसकी शिकायत हुई है.
परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि पूरे बिहार की में इसका आयोजन था 4 लाख 80 हजार 368 अभ्यर्थियों ने अपना आवेदन दिया था वह 4 लाख 50 हजार अभ्यर्थियों के द्वारा एडमिट कार्ड डाउनलोड किया गया था. प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार अभी 3,25000 अभ्यर्थियों के उपस्थित होने की खबर है. लगभग 68% के करीब अभ्यर्थी उपस्थित हुए थे. 912 में से 911 परीक्षा केंद्रों में शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा हुई
पटना जिले में स्थित बापू सभागार परीक्षा केंद्र में 12,000 अभ्यर्थी थे. उसमें से साढ़े पांच हजार अभ्यर्थियों के द्वारा परीक्षा दी गई है. जिनके ओएमआर शीट हमें प्राप्त हो गई है. उनमें से कुछ अभ्यर्थियों के द्वारा दो मुख्य ऑब्जेक्शन किए गए हैं जिनमें प्रश्न पत्र वायरल होना और दूसरा प्रश्न पत्र के विलंब होने का सवाल था. प्रश्न पत्र टीएस बैग में उपलब्ध कराए जाते हैं. अभ्यर्थियों ने अपने सामने बॉक्स खोलने की बात कही जबकि आयोग का स्पष्ट निर्देश था कि किसी एक कमरे में बैग को खोलना होगा.
छात्रों के देरी से प्रश्न पत्र मिलने की बात पर आयोग का स्पष्ट है कि किसी भी कारण से प्रश्न पत्र मिलने में विलंब होता है तो उन्हें पर्याप्त वक्त मुहैया कराया जाएगा. आयोग ने छात्रों को स्पष्ट किया है कि आयोग पूरी तरीके से इसकी जांच करेगा. सभी केंद्रों पर सीसीटीवी लगे हुए हैं. वहां सेंटर सुपरिटेंडेंट, मजिस्ट्रेट और उन अधिकारियों के प्रतिवेदन को देखते हुए आयोग निर्णय लेगा कि वहां विलंब हुआ है या नहीं? कुछ छात्रों के द्वारा उपद्रव करते हुए गेट के बाहर प्रश्न पत्र को फेंका गया. वहीं कुछ छात्रों का यह कहना है कि उनको प्रश्न पत्र नहीं मिला है तो इसका निराकरण सीसीटीवी फुटेज और जांच के बाद होगा. बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि उपद्रव करने वाले छात्रों ने कानून को हाथ में लिया है.
टी एस बैग के बारे में भ्रांति फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी. हमारे पास सीसीटीवी फुटेज हैं सीसीटीवी फुटेज को देखा जाएगा और जिन्होंने कानून को हाथ में लिया है और जिन्होंने उपद्रव करने की कोशिश की है उनके खिलाफ पुलिस जांच करेगी. आयोग अध्यक्ष ने कहा कि पटना के जिला अधिकारी ने जो बातें कही हैं उस पर आयोग विचार करेगा. सेंटर सुपरिटेंडेंट के साथ पटना के डीएम की बातों पर भीआयोगजांचकरेगा.
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