
नई दिल्ली: भारत (India) की सबसे ताकतवर सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस (Supersonic Cruise Missile Brahmos) अब और आधुनिक रूप लेने जा रही है. ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने उत्पादन क्षमता बढ़ाने और निर्यात को तेज करने की बड़ी तैयारी शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक नई ब्रह्मोस-एनजी (Next Generation) मिसाइल 2026 तक टेस्टिंग चरण में पहुंच सकती है. खास बात यह है कि रूस ने भी इसे अपनी सेना में शामिल करने की इच्छा जताई है.
कंपनी के डिप्टी सीईओ चिलुकोटी चंद्रशेखर ने बताया कि भारत और रूस मिलकर मिसाइल की लागत घटाने पर काम कर रहे हैं. इसके लिए फैक्ट्रियों की क्षमता बढ़ाई जा रही है. उन्होंने यह भी संकेत दिए कि रूस अपनी सेनाओं के लिए ब्रह्मोस खरीद सकता है. ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस की मारक क्षमता और सटीकता ने रूस को भी इस मिसाइल को लेने के लिए प्रेरित किया है.
पिछले 25 सालों में केवल 1,000 ब्रह्मोस मिसाइलें बनी हैं. यानी औसतन हर साल सिर्फ 25 यूनिट. यही वजह है कि इसकी लागत ज्यादा रही है. अब उत्पादन बढ़ने से दाम घटेंगे और ज्यादा देशों को मिसाइल बेची जा सकेगी.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved