
लंदन। नए साल के साथ ही (Britain) और यूरोपीय संघ (EU) के संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी। लगभग चार दशक तक ईयू का हिस्सा रहा ब्रिटेन 31 दिसंबर को पूरी तरह से उससे अलग हो जाएगा। अलगाव के बाद दोनों पक्षों के बीच व्यापार को लेकर हुए ऐतिहासिक समझौते को ब्रिटेन की संसद के निचले सदन ने बुधवार को मंजूरी दे दी। दोनों पक्षों ने 24 दिसंबर को समझौता होने का एलान किया था।
हाउस ऑफ कॉमंस में प्रस्ताव के पक्ष में 521 और विरोध में 73 वोट पड़े। उच्च सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स में इस पर बहस होगी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और यूरोपीय संघ के नेताओं ने बुधवार को ही इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। ईयू से ब्रिटेन के अलग होने यानी ब्रेक्जिट के बाद दोनों पक्षों के बीच व्यापारिक संबंधों के निर्धारण को लेकर पिछले चार वर्षों से बातचीत चल रही थी।
ईयू और ब्रिटेन के बीच सालाना लगभग एक ट्रिलियन डॉलर (लगभग 74 लाख करोड़ रुपये) का व्यापार होता है। संसद की विशेष बैठक में जॉनसन ने कहा, ‘ब्रेक्जिट अंत नहीं, बल्कि एक शुरुआत है।’ उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को नया आकार देने के लिए ईयू के साथ मिलकर काम करने की उम्मीद भी जताई। उन्होंने कहा कि ब्रेक्जिट के बाद जो अधिकार हमें मिले हैं उसका बेहतर इस्तेमाल करने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
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