
नई दिल्ली । ब्रिटिश संसद(British Parliament) में बुधवार को सांसद बॉब ब्लैकमैन(MP Bob Blackman) ने जम्मू-कश्मीर(Jammu and Kashmir) के पहलगाम(Pahalgam) में हुए आतंकी हमले(Terrorist attacks) की तीखी आलोचना(Sharp criticism) करते हुए इसे एक सुनियोजित इस्लामिक आतंकी हमला(islamic terrorist attack) करार दिया। उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में सक्रिय आतंकी शिविरों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की और ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी से पूछा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इन आतंकी ढांचों को खत्म करने के लिए क्या कर रहा है।
ब्लैकमैन ने कहा कि भारत ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में मौजूद नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। उन्होंने इसे एक आवश्यक जवाबी कार्रवाई बताते हुए कहा कि अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंक के स्थायी समाधान के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए।
उन्होंने अपनी संसद में दी गई स्पीच का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा करते हुए लिखा, “पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत नौ आतंकी अड्डों पर सटीक हवाई हमले किए। अब जब शांति वार्ता जारी है तो मैंने पूछा कि ब्रिटिश विदेश सचिव क्या कदम उठा रहे हैं जिससे कि PoK से आतंकी अड्डों को हटाया जा सके।”
विदेश सचिव डेविड लैमी ने संसद में ब्लैकमैन के सवाल पर जवाब देते हुए हमले को भीषण और अमानवीय बताया। उन्होंने कहा, “जिस प्रकार से 26 लोगों को सिर में गोली मारकर हत्या की गई वह अत्यंत भयावह था। हम इस आतंकी हमले की निंदा करते हैं और आतंकवाद से निपटने के लिए भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ मिलकर काम करेंगे।”
लैमी ने आगे कहा कि यह केवल भारत और पाकिस्तान का मामला नहीं है, बल्कि वैश्विक समुदाय को भी इस संघर्ष में सकारात्मक और निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए।
ब्लैकमैन ने इस हमले की पृष्ठभूमि पर गहरी चिंता व्यक्त की और इसे धार्मिक आधार पर निशाना बनाने वाला हमला करार दिया। उन्होंने संसद में कहा, “यह हमला बेहद संगठित और सुनियोजित था। मारे गए 26 पर्यटक या तो हिंदू थे या ईसाई। उन्हें सिर में गोली मारकर हत्या की गई। यह एक सुनियोजित इस्लामी हमला था, जिसमें निर्दोष पर्यटकों को सिर्फ उनकी धार्मिक पहचान के कारण निशाना बनाया गया।” उन्होंने ब्रिटिश सरकार से आग्रह किया कि वह भारत के साथ खड़े होकर PoK में आतंक के ढांचे को खत्म करने के लिए कूटनीतिक और रणनीतिक दबाव बनाए।
आपको बता दें कि भारत ने 23 अप्रैल को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसके तहत पाकिस्तानी नियंत्रण वाले क्षेत्रों में स्थित नौ आतंकी शिविरों पर एयरस्ट्राइक किए गए। इसके बाद पाकिस्तानी के द्वारा भारत पर हमले की कोशिश का भी जवाब दिया गया। भारत ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया।
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