
नई दिल्ली । अमेरिकी राष्ट्रपति(us President) डोनाल्ड ट्रंप(donald trump) के दूसरे कार्यकाल के दौरान उनके सबसे करीबी लोगों में से एक रहे टेस्ला(Tesla) के सीईओ एलन मस्क(CEO Elon Musk)। ट्रंप ने एलन मस्क को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए सरकारी दक्षता विभाग यानी DOGE का प्रमुख बना दिया। एक तरफ जहां DOGE ने सरकारी खर्चों को कम करने के अपने लक्ष्य को हासिल करने में बहुत हद तक सफलता पाई तो वहीं दूसरी तरफ हजारों लोगों को एक झटके में नौकरी से निकाल देने के उसके फैसले की आलोचना भी हुई। इस बीच अब मस्क जल्द ही इस विभाग को छोड़ने की योजना बना रहे हैं। हाल ही में एलन मस्क ने इस सवाल का बेहद दिलचस्प जवाब दिया है कि उनकी अनुपस्थिति में DOGE कैसे काम करेगा।
ट्रंप 2.0 के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर मस्क ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए खुद की तुलना गौतम बुद्ध से कर दी। गुरुवार को जब एलन मस्क उनसे पूछा गया कि उनकी अनुपस्थिति में DOGE का नेतृत्व कौन करेगा, मस्क ने कहा कि जैसे गौतम बुद्ध के बिना बौद्ध धर्म जीवित रह सकता है, वैसे ही DOGE भी उनके बिना भी अपना काम कर सकता है। टेस्ला सीईओ ने एक सवाल के जवाब में कहा, “क्या बौद्ध धर्म के लिए बुद्ध की जरूरत है? क्या बुद्ध के निधन के बाद बौद्ध धर्म और मजबूत नहीं हुआ?”
मस्क ने आगे कहा कि उनकी अनुपस्थिति में भी DOGE सरकारी खर्चे को कम करने की अपनी कोशिशें जारी रखेगा। उन्होंने कहा, “DOGE जीवन जीने का एक तरीका है। बौद्ध धर्म की तरह।” इस दौरान मस्क ने इस बात को भी माना है कि अफसरशाही को हटाने की प्रक्रिया के दौरान कुछ लोगों को गलती से निकाल दिया गया।
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में DOGE ने जुलाई 2026 तक सरकारी खर्च में 1 ट्रिलियन डॉलर की कटौती का लक्ष्य रखा था। मस्क ने बताया कि विभाग ने अब तक लगभग 160 बिलियन डॉलर की कटौती का लक्ष्य हासिल कर लिया है। मस्क ने कहा है कि जब तक ट्रंप चाहेंगे वह इस विभाग के काम में जुटे रहेंगे। उन्होंने कहा, “अनिश्चित काल तक, जब तक राष्ट्रपति चाहेंगे कि मैं यह काम करूं तब तक करता रहूंगा।”
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