
नई दिल्ली। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स कैट (Confederation of All India Traders Cait) ने कारोबारी समुदाय के कई अहम मुद्दों के समाधान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को एक पत्र भेजा है। कैट ने गुरुवार को लंबे समय तक धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करने के बाद प्रधानमंत्री को यह पत्र भेजा है, जिसमें व्यापारियों की समस्याओं को कम करने में विभिन्न सरकारी एजेंसियों की विफलताओं का जिक्र किया गया है।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीन खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र की जानकारी देते हुए कहा कि देश में छोटे व्यवसायों के उत्थान और व्यवसाय करने में आसानी प्रदान करने के नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को संबंधित सरकारी एजेंसियों ने पूरी तरह से नजरअंदाज किया है। खंडेलवाल ने कहा कि देशभर के व्यापारियों ने प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को सराहा है, जो रिकॉर्ड की बात है।
उन्होंने कहा कि कारोबारी समुदाय ने प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल इंडिया, वोकल फॉर लोकल, स्किल इंडिया और अन्य विजन को देश के हर नुक्कड़ और कोने-कोने तक पहुंचाने और आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, लेकिन यह बेहद दुखद है कि अभी तक किसी भी प्राधिकरण ने प्रधानमंत्री के जनादेश के अनुरूप देश में छोटे व्यवसायों के उत्थान की ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। यह सीधे तौर पर प्रधानमंत्री के उद्देश्य और विचारों के विरुद्ध है।
खंडेलवाल ने कहा कि जीएसटी की जटिलताओं, ई-कॉमर्स कंपनियों के कदाचार, व्यापारियों के लिए बीमा, कई लाइसेंसों के स्थान पर एक लाइसेंस, व्यापार से संबंधित अनावश्यक कानूनों को निरस्त करना, व्यापारियों तक फाइनेंस की आसान पहुंच जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे के साथ-साथ आसान क्रेडिट रेटिंग मानदंड, खुदरा व्यापार के मौजूदा प्रारूप का उन्नयन और आधुनिकीकरण जैसी समस्याएं अब भी अधर में लटकी हुई है। हालांकि, व्यापारियों के लिए पेंशन योजना शुरू की गई थी, जिसमें कई खामियां है जिसका हल निकालना जरूरी है।
कैट महामंत्री ने कहा कि देश में आठ करोड़ से ज्यादा छोटे व्यवसायी हैं, जो 25 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया करा रहे हैं। ये व्यवसायी बिना किसी नीति और समर्थन के करीब 130 लाख करोड़ रुपये का सालाना कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कोई प्राकृतिक आपदा आती है, कारोबारी समुदाय हमेशा सरकार की विस्तारित शाखा के रूप में निरंतर कार्य करने को तैयार रहा है। कोरोना महामारी में प्रधानमंत्री के आह्वान पर देशभर के व्यापारियों ने पूरे देश में आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावी ढंग से बनाए रखा, जिसे स्वयं नरेंद्र मोदी ने भी सराहा।
उन्होंने कहा कि इसी तरह पूरे देश में बड़े पैमाने पर सामाजिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में व्यापारी हमेशा अग्रणी भूमिका में रहते हैं। लेकिन, इस बात का अफसोस है कि छोटी-छोटी बातों के लिए भी व्यापारियों को समस्याओं के समाधान के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। इन परिस्थितियों में हम इस अनुरोध के साथ प्रधानमंत्री का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर हुआ है और अनुरोध किया है कि कृपया मामले का तत्काल संज्ञान लें। कैट ने प्रधानमंत्री से मिलने का समय भी मांगा है। खंडेलवाल ने कहा कि कैट प्रधानमंत्री को आश्वस्त करना चाहता है कि देश का व्यापारी समुदाय एकजुटता के साथ उनके साथ खड़ा है, जो 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के उनके मिशन को प्राप्त करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। (एजेंसी, हि.स.)
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