
ढाका। बांग्लादेश (Bangladesh) पुलिस(police) ने शुक्रवार की नमाज के बाद ढाका में हुई सांप्रदायिक हिंसा (sectarian violence) के बाद चार हजार से अधिक नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज (Case registered against 4 thousand people) किए हैं। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस (Police)ने हमलावरों पर तोड़फोड़, सुरक्षा कर्मियों के साथ मारपीट और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप में पलटन, रमना व चौकबाजार पुलिस थानों में तीन मामले दर्ज किए थे।
हालिया घटना में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने फिर से हिंदुओं के मंदिर और व्यवसायों को निशाना बनाया। इससे पहले कथित ईशनिंदा को लेकर अज्ञात मुस्लिम कट्टरपंथियों ने मंदिरों में तोड़फोड़ की थी और हिंसा फैलाई थी। इन घटनाओं के बाद अल्पसंख्यक समुदाय ने देशभर में भूख हड़ताल करने की घोषणा की है। इस बीच चटगांव में बांग्लादेश हिंदू बौद्धिस्ट क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल ने दुर्गा पूजा समारोह के दौरान हुए हमलों के विरोध में 23 अक्तूबर से धरना और अनशन की घोषणा की। रविवार को मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई।
दुर्गा पूजा स्थलों पर हमले
रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में विभिन्न जगह दुर्गा पूजा स्थलों पर हमले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमले के बाद ताजा झड़प हुई और फिर देश की राजधानी से करीब 157 किलोमीटर दूर फेनी में हिंदुओं के मंदिर और दुकानों में शनिवार को तोड़फोड़ और लूटपाट की गई। इसमें बताया गया कि झड़पों में फेनी मॉडल पुलिस थाने के प्रभारी निजामुद्दीन समेत कम से कम 40 लोग घायल हो गए। रिपोर्ट में बताया गया कि शाम साढ़े चार बजे शुरू हुई झड़प देर रात तक चली और इस दौरान कई मंदिरों, हिंदुओं के व्यवसायों पर तोड़फोड़ की गई और लूटपाट भी हुई। इसके बाद शनिवार रात को अधिकारियों ने अतिरिक्त पुलिस बल और अर्द्धसैनिक बल बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश की तैनाती की।
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