
जयपुर: राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की खोजबीन तेज हो गई है. पहलगाम हमले के बाद राजधानी जयपुर समेत विभिन्न जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों को खोजा रहा है. जयपुर में 100 संदिग्धों को पकड़ा गया था. बाद में उनके दस्तावेजों की जांच की गई. उनमें से 52 बांग्लादेशी नागरिकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए थे. इस पर उनको जेल भेज दिया गया. ये लोग दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा कर बरसों से जयपुर में डेरा जमाए हुए बैठे थे.
जयपुर के अलावा अजमेर में भी इस मुहिम को तेज किया गया है. हालांकि अजमेर में पहले से ही बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स अभियान चलाए हुए थी. लेकिन अब उस अभियान को और तेज कर दिया गया है. इसके तहत के अजमेर की क्रिश्चनगंज थाना पुलिस ने संदिग्ध ढाई सौ लोगों को हिरासत में लिया है. इसके लिए क्रिश्चनगंज थाना इलाके की ईदगाह कॉलोनी सहित अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी गई. हिरासत में लिए गए संदिग्धों के दस्तावेज की पड़ताल की जा रही है.
घुसपैठियों की धरपकड़ के 60 से अधिक पुलिस अधिकारियों और जवानों की टीमें बनाई गई थी. आंतरिक्ष सुरक्षा को लेकर पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की है. वहीं कोचिंग सिटी कोटा में भी अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है. वहां एसपी के निर्देशन में गठित पुलिस की 7 टीमें संदिग्ध लोगों के दस्तावेजों की जांच पड़ताल कर रही है.
कोटा पुलिस ने आमजन से भी अपील की है कि अगर उनके पास इससे जुड़ी कोई जानकारी है तो वे पुलिस से साझा करें. पुलिस शहर के सात इलाकों में कैंप लगाकर संदिग्ध लोगों के दस्तावेजों की जांच कर रही है. भारत-पाक बॉर्डर पर जैसलमेर जिले में भी पुलिस का घुसपैठियों के खिलाफ अभियान जारी है. प्रदेश के अन्य इलाकों में बांग्लादेशी होने के शक के दायरे में आए लोगों के दस्तावेजों की जांच की रही है.
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