
श्रीनगर । केंद्र सरकार (Central Government) कश्मीरी पंडितों को (To Kashmiri Pandits) ‘प्रवासी’ के रूप में (As ‘Migrants’) मिलने वाले सभी अस्थायी लाभ (All Temporary Benefits Given) बंद कर दे (Should Stop) । कश्मीरी पंडितों के जेके पीस फोरम के अध्यक्ष सतीश महालदार ने बुधवार को कहा कि चूंकि ‘जम्मू-कश्मीर में सद्भाव और शांति बहाल हो गई है’, इसलिए सभी अस्थायी संबंधित लाभों को तुरंत समाप्त करने की मांग की है ।
फोरम के अध्यक्ष सतीश महालदार ने एक बयान में कहा, “सरकार को तत्काल प्रभाव से प्रवासन समाप्त करना चाहिए और सभी अस्थायी लाभों को तुरंत बंद कर देना चाहिए, क्योंकि शांति भंग होने के कारण प्रवासी बने थे और अब शांति और सद्भाव बहाल हो गया है।”
महालदार ने कश्मीरी पंडितों और देश के अन्य लोगों को बधाई दी, क्योंकि देश की संसद ने स्थानीय पंडित समुदाय का सम्मान बहाल किया, जिसने जम्मू-कश्मीर विधान सभा में समुदाय के लिए ‘प्रवासी कश्मीरी पंडित’ के रूप में दो सीटें आरक्षित की थीं। महालदार ने लिखा, “प्रवासियों को ‘स्थायी शरण’ देने के भारतीय संसद के फैसले को दुनिया भर में, विशेषकर कश्मीरी हिंदू प्रवासियों द्वारा शालीनतापूर्वक स्वीकार किया गया है।
“भारत सरकार को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण/प्रवासन को समाप्त करने और सभी अस्थायी संबंधित लाभों को तुरंत समाप्त करने की आवश्यकता है।” उन्होंने भारत सरकार से गारंटी की माँग की है कि किसी भी यात्री/प्रवासी को कश्मीर स्थित अभयारण्य/मंदिर/कश्मीर आधारित राजनीतिक मुद्दों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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