पंचकूला । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को जिला के नागरिकों को पंचकूला की स्थापना दिवस के मौके पर एक ओर संस्कृत गुरूकुल का नायाब तोहफा दिया है। इससे पंचकूला में शिक्षा के क्षेत्र के साथ संस्कृति के लिए नया आयाम जुड़ गया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने माता मनसा देवी परिसर स्थित श्रीमुक्तिनाथ वेद विद्याश्रम संस्कृत गुरुकुल का शिलान्यास करते हुए कहा कि यह सुनहरा अवसर है। एक ओर पंचकूला में राज्य स्तरीय स्वतन्त्रता दिवस समारोह मनाया जा रहा है तथा दूसरी ओर पंचकूला का स्थापना दिवस भी है। सन 1995 में पंचकूला राज्य का 17वंा जिला बना। उन्हांेने उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा को निर्देश दिए कि पंचकूला को जिला बने 25 साल हो गए हैं। इसलिए जिला की सिलवर जुबली मनाने का कार्यक्रम आयोजित किया जाए। मुख्यमंत्री ने संस्कृत को भारतीय संस्कृति ओर भाषा बताते हुए कहा कि संस्कृत हमारी मूल भाषा है, ओर यह हमें बेहतर संस्कार भी देती है। संस्कृति मौलिक चिंतन को लेकर आगे बढाती है। उन्होंने कहा कि संस्कृत बोलचाल की भाषा नहीं है। यह प्रायः लुप्त हो गई थी। इसलिए हमें विचारों को जीवित रखने के लिए संस्कृत का विकास करना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत पूजा पद्वति की भाषा है। इसलिए पूजा पद्वति संस्कृत के बिना अधूरी है। हमें संस्कृत का ज्ञाता होना चाहिए। अल्पायु में ही इसका ज्ञान हो। इसके लिए संस्कृत के प्रति प्रेम बढाना होगा और संस्कृत को व्यवहार की भाषा बनाकर इसे शिक्षा में शामिल करना होगा।
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