
नई दिल्ली । इस बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ दशहरा मनाएंगे। उनका मनोबल बढ़ाने के साथ ही सैनिकों के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शस्त्र पूजन करेंगे। रक्षा मंत्री 23-24 अक्टूबर को सिक्किम सेक्टर में एलएसी का दौरा करेंगे। इस दौरान वे सिक्किम सेक्टर में बनाये गए कई रणनीतिक पुलों का उद्घाटन और शुभारंभ भी करेंगे।
रक्षा मंत्री ने पिछले साल वायुसेना के फाइटर पायलटों की टीम के साथ 8 अक्टूबर को पहला राफेल लेने के लिए फ्रांस के बॉर्डेक्स में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में गए थे। इसी दिन विजयादशमी पर्व पर उन्होंने फ्रांस में पहला राफेल लड़ाकू विमान हासिल करके उसका शस्त्र पूजन किया था। इस साल शस्त्र पूजन का कार्यक्रम चीन सीमा पर रखा गया है। भारत में कई जगह दशहरा पर्व पर शस्त्रों की पूजा करने का रिवाज है। इसीलिए इस बार इसी दिन चीन से लगी सीमा पर जाकर सैनिकों के साथ शस्त्र पूजन करने का फैसला लिया गया है। चीन सीमा पर दशहरा मनाने का मकसद यहां तैनात सैनिकों का मनोबल बढ़ाना भी है।
रक्षा मंत्री 23-24 अक्टूबर को दौरे के समय सिक्किम सेक्टर में बनाये गए कई रणनीतिक पुलों का उद्घाटन और शुभारंभ भी करेंगे। राजनाथ सिंह की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब भारत और चीन के बीच चल रहे गतिरोध को कम करने के लिए सैन्य वार्ता चल रही है। एलएसी पर तीन बार फायरिंग की घटना भी हो चुकी है और गलवान की हिंसक झड़प में दोनों देशों के जवान अपनी जान गंवा चुके हैं। इसलिए अपने दो दिवसीय दौरे में रक्षा मंत्री उन स्थानों पर भी जा सकते हैं, जहां भारत ने चीन की ओर से होने वाली संभावित घुसपैठ की कोशिश को रोकने के लिए बड़ी संख्या में सैनिकों और टैंकों की तैनाती की है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved