
बीजिंग। चीन के विश्वप्रसिद्ध बौद्ध मठ (World Famous Buddhist monastery, China) शाओलिन मंदिर (Shaolin Temple) के प्रमुख और चर्चित बौद्ध भिक्षु शी योंगशिन (Xi Yongshin) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की जांच शुरू हो गई है। मंदिर प्रशासन की ओर से रविवार को जारी एक बयान में कहा गया कि शी योंगशिन (Xi Yongshin) पर कई महिलाओं से अवैध संबंध और नाजायज बच्चों के आरोप हैं। प्रशासन ने यह भी बताया कि वे प्रोजेक्ट फंड और मंदिर की संपत्तियों के गबन के भी आरोपी हैं। उन पर बौद्ध आचार संहिताओं का भी गंभीर उल्लंघन का आरोप है।
महिलाओं से संबंध और नाजायज बच्चों के आरोप
मंदिर के बयान में दावा किया गया है कि 60 वर्षीय शी योंगशिन का कई महिलाओं से लंबे समय से “अनुचित रिश्ता” रहा है और उनके नाजायज बच्चों के भी होने का शक है। मंदिर प्रशासन ने वादा किया है कि जांच से जुड़ी और भी जानकारियां जल्द सार्वजनिक की जाएंगी।
कौन हैं शी योंगशिन?
शी योंगशिन 1999 से चीन के मशहूर शाओलिन मंदिर के प्रमुख हैं। उनके पास एमबीए की डिग्री है, इसलिए लोग उन्हें “सीईओ मोंक” भी कहते हैं। इसकी वजह ये है कि उन्होंने मंदिर की परंपरा और नाम का बड़े पैमाने पर कारोबार के लिए इस्तेमाल किया। वे 1998 से 2018 तक चीन की संसद के सदस्य रहे और 1998 से हेनान प्रांत के बौद्ध संघ के अध्यक्ष भी हैं।
पुराने विवाद
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, शी योंगशिन पहले भी कई बार विवादों में घिर चुके हैं। 2006 में उन्होंने स्थानीय सरकार से एक लग्ज़री कार स्वीकार की थी, जिस पर उन्हें भारी आलोचना का सामना करना पड़ा। 2015 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में $297 मिलियन का एक भव्य प्रोजेक्ट लाने की योजना बनाई, जिसमें होटल, मंदिर, कुंग-फू अकादमी और गोल्फ कोर्स शामिल था—यह भी विवादों में रहा।
इसी साल जुलाई में उनके एक पूर्व अनुयायी ने उन पर वित्तीय गड़बड़ी और कई बच्चों के पिता होने के गंभीर आरोप लगाए थे। इससे करीब 10 साल पहले भी वे धोखाधड़ी और यौन दुर्व्यवहार जैसे आरोपों में घिरे थे।
शाओलिन का ऐतिहिसिक महत्व
चीन के हेनान प्रांत के सॉन्गशान पर्वतों में स्थित शाओलिन मंदिर को बौद्ध धर्म और शाओलिन कुंग-फू की जन्मस्थली माना जाता है। यह न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन के लिहाज से भी चीन की एक प्रमुख पहचान है।
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