
नई दिल्ली । चीन की सेना (China Army) ने सोमवार को उन खबरों का खंडन किया कि उसके सबसे बड़े सैन्य मालवाहक विमान ने पाकिस्तान (Pakistan) को हथियारों की आपूर्ति (weapons supply) की है और ऐसी अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (पीएलएएफ) ने इस बात से इनकार किया है कि उसके शीआन वाई-20 सैन्य परिवहन विमान ने पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति की है। उल्लेखनीय है कि चीन और पाकिस्तान काफी करीबी ‘दोस्त’ माने जाते हैं और भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भी इस्लामाबाद को बीजिंग का समर्थन मिला था।
चीनी रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया कि इंटरनेट पर वाई-20 द्वारा पाकिस्तान को राहत सामग्री पहुंचाने के बारे में काफी सूचनाएं देखने के बाद, वायु सेना ने एक बयान में कहा कि इस तरह के दावे झूठे हैं। पीएलएएफ ने गलत जानकारी से संबंधित कई फोटो और शब्दों के स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किए तथा प्रत्येक स्क्रीनशॉट को लाल रंग से अफवाह लिख कर चिह्नित किया गया। रिपोर्ट में कहा गया, ”इंटरनेट कानून से परे नहीं है। जो लोग सैन्य-संबंधी अफवाहें फैलाते हैं, उन्हें कानूनी रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा।”
पीएलए के पाकिस्तानी सेना के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। पीएलए द्वारा किया गया यह खंडन महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि दो दिन पहले ही भारत और पाकिस्तान के बीच सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयां रोकने पर सहमति बनी थी। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता बनकर उभरा है। रिपोर्ट के अनुसार 2020 से 2024 तक पाकिस्तान की हथियार खरीद का 81 प्रतिशत हिस्सा चीन से खरीदा गया। इस खरीद में नवीनतम लड़ाकू विमान, रडार, नौसैन्य जहाज, पनडुब्बियां और मिसाइलें शामिल हैं।
दोनों देश संयुक्त रूप से जे-17 विमान बनाते हैं, जो पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) का मुख्य आधार है। पाकिस्तान द्वारा चीनी हथियारों के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल और दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ संबंधों को देखते हुए, चीनी आधिकारिक मीडिया ने पिछले कुछ दिनों में भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव में काफी रुचि दिखाई है, और विमानों को मार गिराने सहित पाकिस्तान के कुछ दावों को दोहराया है। भारत ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ढांचों को नष्ट कर दिया था।
इसके बाद पाकिस्तान के सभी हमलों का जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत दिया गया। बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले संदेशों की पुष्टि करने के लिए आगाह किया है। कूटनीतिक मोर्चे पर चीन ने कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच ‘संघर्ष विराम’ कराने में रचनात्मक भूमिका निभाएगा।
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