नई दिल्ली। नेपाल (Nepal) में स्थित चीनी दूतावास (Chinese Embassy) ने अपने नागरिकों के लिए एक ताजा चेतावनी जारी की है, जिसमें उन्हें भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र की यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है। यह चेतावनी (Alert) भारत द्वारा हाल के हफ्तों में अवैध सीमा पार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के बाद जारी की गई है। यह पिछले एक महीने में दूतावास की ओर से तीसरी ऐसी चेतावनी है। शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान में दूतावास ने कहा कि बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कुछ चीनी नागरिक सीमावर्ती क्षेत्रों की यात्रा कर रहे हैं, जिससे कई मामलों में उन्हें अवैध प्रवेश के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
दूतावास ने स्पष्ट किया कि भारत और नेपाल के नागरिक सीमापार यात्रा के दौरान पहचान पत्र दिखाकर एक-दूसरे के देश में जा सकते हैं, लेकिन विदेशी नागरिकों के लिए यह नियम लागू नहीं होता। चीन ने अपने नागरिकों को याद दिलाया कि वे नेपाल से होकर भारत यात्रा नहीं कर सकते जब तक कि उनके पास वैध भारतीय वीजा न हो।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब गुरुवार, 29 मई को बिहार में दो चीनी नागरिकों को भारत-नेपाल सीमा पर वीडियो बनाने और सेल्फी खींचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, उनके पास वैध यात्रा दस्तावेज नहीं थे। इससे पहले मई महीने की शुरुआत में चार अन्य चीनी नागरिकों को रक्सौल सीमा से भारत में अवैध रूप से घुसने की कोशिश करते हुए हिरासत में लिया गया था। ये चारों भी वैध दस्तावेजों के बिना भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच, भारत और नेपाल की सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले सप्ताह भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संयुक्त तलाशी अभियान और गश्त की। यह कार्रवाई उस खुफिया सूचना के बाद की गई जिसमें बताया गया था कि पाकिस्तान से आए संदिग्ध आतंकवादी नेपाल में छिपे हुए हैं।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-शासित कश्मीर में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल हमले किए थे। भारत की सुरक्षा एजेंसियां अब सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रही हैं।
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