
नई दिल्ली । केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने रविवार को घोषणा की कि उसकी पहली महिला कमांडो यूनिट (Women Commando Unit) अब शुरू हो गई है. इस विशेष महिला दस्ते को देश के हवाई अड्डों और अन्य संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा ड्यूटी के लिए तैनात किया जाएगा. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बरवाहा स्थित क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (आरटीसी) में अब महिला कमांडो को स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है. प्रवक्ता के अनुसार, यह आठ हफ्तों का एडवांस कमांडो कोर्स विशेष रूप से महिला सुरक्षा कर्मियों के लिए बनाया गया है. इसका उद्देश्य उन्हें हाई सिक्योरिटी वाले प्रतिष्ठानों और संयंत्रों में तैनात त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और विशेष कार्य बल (STF) की जिम्मेदारियों के लिए तैयार करना है.
इस कार्यक्रम में हेल्थ फिटनेस और हथियारों के उपयोग के लिए ट्रेनिंग, तनावपूर्ण परिस्थितियों में लाइव-फायर ड्रिल, रेस, बाधा-पार प्रैक्टिस, रैपलिंग जैसे सहनशक्ति बढ़ाने वाली ट्रेनिंग शामिल हैं. इसके अलावा जंगल में जीवित रहने की कला, चुनौतीपूर्ण स्थितियों में तुरंत निर्णय लेने की क्षमता और टीम वर्क की ट्रेनिंग लेने के लिए खास तौर पर तैयार किया गया. इसमें 48 घंटे का आत्मविश्वास बढ़ाने वाली अभ्यास भी शामिल है. अधिकारियों के अनुसार, महिलाओं का पहला दल जो फिलहाल देश के अलग-अलग हवाई अड्डों पर नियुक्त है वो 11 अगस्त से ट्रेनिंग ले रहे हैं. ये 4 अक्टूबर तक चलेगी. इसके बाद दूसरा दल 6 अक्टूबर से 29 नवंबर तक इस ट्रेनिंग में हिस्सा लेगा.
महिला कमांडो यूनिट का उद्देश्य
सीआईएसएफ ने बताया कि शुरुआत में कम से कम 100 महिला कर्मियों को इस स्पेशल ट्रेनिंग कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा. ये महिलाएं आलग-अलग विमानन सुरक्षा समूहों (एएसजी) और अन्य संवेदनशील सीआईएसएफ यूनिट्स से होंगी. प्रवक्ता ने जानकारी दी कि बल का उद्देश्य इन महिला ट्रेनिंग कार्यक्रमों को अपने रेगुलर ट्रेनिंग ढांचे का परमानेंट हिस्सा बनाना है. ट्रेनिंग पूरी करने के बाद इन महिला कर्मियों को पहले हवाई अड्डों पर तैनात किया जाएगा और उसके बाद उन्हें अन्य संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर भी जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी
भविष्य की योजनाएं और महिला प्रतिनिधित्व
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) महिलाओं की भर्ती में बढ़ोतरी कर रहा है ताकि गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित 10% महिला प्रतिनिधित्व के लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त किया जा सके. वर्तमान में CISF में महिलाओं की संख्या 12,491 है जो बल की कुल संख्या का लगभग 8% है. साल 2026 तक इसमें 2,400 और महिला कर्मियों की भर्ती की जाएगी. भविष्य में भर्ती प्रक्रिया को इस प्रकार से व्यवस्थित किया जाएगा कि बल में महिलाओं की भागीदारी लगातार न्यूनतम 10% बनी रहे.
इस साल की शुरुआत में गृह मंत्रालय ने CISF की पहली महिला बटालियन को मंजूरी दी. यह बटालियन दिल्ली के पास स्थापित की जा रही है और इसके महिला सुरक्षाकर्मी राष्ट्रीय राजधानी के संसद भवन, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली मेट्रो और अन्य प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में तैनात की जाएंगी.
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