
चंबा: हिमाचल के चंबा जिला (Chamba district of Himachal) में देर रात से हो रही बारिश कहर बन चुकी है. जगह-जगह बादल फटने और भूस्खलन से खतरा बढ़ गया है. मणिमहेश यात्रा के दौरान सुंदराशि में बादल फटने से नाले में पानी का तेज बहाव आ गया. इससे यात्रा बाधित हो गई है. चंबा के डलहौजी मार्ग तलाई और महल के पास भी बादल फटने से नला उफान पर है.
महल के पास बादल फटने से दलदल और गंदा पानी नाले से बहता हुआ लोगों के घरों में घुस गया है. बादल फटने की घटना पर्यटन स्थल डलहौजी से 6 किलोमीटर दूर लिंक रोड तलाई के पास हुई. हालंकि इसमें किसी को जानी नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन भारी मात्रा में बड़े-बड़े पेड़ पानी के बहाव से नीचे चले आए हैं. इनको हटाने का प्रयास किया जा रहा है.
चंबा के साथ लगते घोलटी सरोल में तेज बारिश के बाद इतना तेज पानी आया कि नाले से होता हुआ गंदा पानी लोगों के घरों में घुस गया. आज दोपहर दिल्ली से चंबा की तरफ आ रही HRTC की वॉल्वो बस भूस्खलन की चपेट में आते आते बची. HRTC चंबा डिपो की बस जैसे ही बाथरी के समीप पटना मोड पर पहुंची वैसे ही ऊपर पहाड़ी से लैंड स्लाइड होने लगा. इस दौरान चीड़ के बड़े-बड़े पेड़ नीचे आ गए. गनीमत रही कि यह बस जैसे ही वहां से निकली पहाड़ी से मालबा उसके बाद नीचे आया. अगर समय में कुछ सेकेंड का हेर फेर हो जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था.
इस हादसे में वॉल्वो बस को थोड़ा बहुत नुकसान जरूर हुआ है, लेकिन बस में बैठी सभी सवारियां सुरक्षित हैं. तेज बारिश का कहर अभी भी जारी है. जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली कोई ऐसी सड़क नहीं बची है, जहां पर लैंड स्लाइड न हुआ हो. जुलाहकड़ी के पास भूस्खलन की चपेट में आने से बाइक सवार बाल बाल बच गया. NH 154 A चंबा पठानकोट केरु पहाड़ी में भी लगातार भूस्खलन हो रहा है. रास्ते को खोलने के लिए विभाग ने मशीनों को लगा दिया है.
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